
भोजन, किराने का सामान और स्वच्छता के लिए जरूरी सामानों का वितरण

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अंतरराष्ट्रीय आर्ट ऑफ गिविंग दिवस का आज सातवां स्थापना दिवस बिहार के विभिन्न जिलों सहित दुनिया भर में मनाया गया। ‘एओजी फाइट्स कोरोना’ थीम के अंतर्गत बिहार के विभिन्न जिलों में 15000 से अधिक लोगों में भोजन, किराने का सामान और स्वच्छता के लिए जरूरी सामानों का वितरण एओजी स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। आर्ट ऑफ गिविंग से जुड़े हजारों स्वयंसेवक पिछले 7 सालों से विश्व के कई देशों में आज के दिन जरूरतमंदों के बीच खुशियां बांटने का काम कर रहें है।
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आज यह भारत और विदेशों में लगभग 200 स्थानों पर मनाया गया। आर्ट ऑफ गिविंग से जुड़े हजारों स्वयंसेवक हर साल अलग-अलग थीम पर यह कार्यक्रम 17 मई को मानते हैं लेकिन इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए आर्ट ऑफ गिविंग से जुड़े स्वयंसेवकों ने अपना पूर्व निर्धारित थीम ‘’गो ग्रीन’’ थीम को तत्काल भविष्य के लिए रोक कर बच्चों, बुजुर्गों, विधवाओं और अन्य जरूरत मंद लोगों में राशन सहित अन्य जरूरी सामान का वितरण किया है साथ हीं कुछ जगहों पर सड़कों पर घूम रहे पशुओं के लिए भी उनके भोजन का इंतजाम किया है।
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आर्ट ऑफ गिविंग् की शुरुआत 17 मई 2013 को वर्तमान लोकसभा सांसद और कलिंगा इंस्टिट्यूट के संस्थापक अच्युत सामंता जी ने किया था जो आज अंतरराष्ट्रीय आर्ट ऑफ गिविंग् दिवस के रूप में मनाया जाता है। आर्ट ऑफ गिविंग एक मानवतावादी आंदोलन है जो लोगों में शांति और खुशी फैलाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। बिना अपेक्षा के जरूरतमंदों के लिए कुछ करना हीं आर्ट ऑफ गिविंग है।