

कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव काफी समय बाद मंगलवार को बिहार लौटे। तेजस्वी काफी समय से बिहार से बाहर थे और कोरोना संक्रमण एवं लॉक डाउन के दौरान प्रवासी छात्रों एवं मजदूरों के गृह राज्य वापसी एवं अन्य व्यवस्थाओं को लेकर लगातार बिहार सरकार पर हमलावर बने हुए थे। इस दौरान तेजस्वी के हर वार पर एनडीए के तरफ से पलटवार में तेजस्वी को बिहार आने की नसीहत दी जाती थी। आखिरकार तेजस्वी मंगलवार को बिहार लौट आये हैं। अब तेजस्वी के बिहार वापसी पर भी जदयू और भाजपा ने चुटकी ली और पूछा कि कहीं तेजप्रताप के डर से तो वापस बिहार नहीं आये हैं। तेजस्वी के बिहार वापसी पर जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान नियम है कि बाहर से आने वाले 21 दिन क्वारंटाइन में रहेंगे। तेजस्वी ये नियम खुद पर लागू करेंगे या नहीं। अगर नहीं करेंगे तो फिर कानून अपना काम करेगा।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर यहां क्लिक कर जुड़ें
https://twitter.com/alok_ajay/status/1260145728287956992?s=19
हमसे यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर यहां क्लिक कर जुड़ें
वहीं जदयू नेता निखिल मंडल ने तेजस्वी यादव का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना न सही लेकिन ट्विटर ट्रेंड ने आपको बिहार आने के लिए मजबूर कर दिया। अब आप आ ही गए हैं तो मैं आश्वस्त हूं कि आप सरकारी निर्देशों के अनुसार स्क्रीनिंग और कोरोना जांच जरूर करवाये होंगे और अपनी ट्रेवल हिस्ट्री बताई होगी। सुरक्षित रहें।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर यहां क्लिक कर जुड़ें
https://twitter.com/nikhilmandalJDU/status/1260139914659631111?s=19
वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि लोगों ने तेजस्वी यादव को भगोड़ा घोषित कर दिया है। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के शुरुआती समय से बिहार से गायब रहने के कारण ट्विटर पर लाखों लोगों ने हैशटैग ट्रेंड कराकर तेजस्वी यादव को भगोड़ा घोषित कर दिया। साथ ही इनके घोर प्रतिद्वंदी तेज प्रताप यादव ने मीडिया में तेजस्वी के गायब होने पर कहा कि तेजस्वी रहे न रहे मैं हूं। इसी घबराहट में जाती हुई कुर्सी की चिंता ने तेजस्वी यादव को वापस आने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि खैर तेजस्वी अब वापस आ गए हैं तो लगता है कि बिहार की चिंता करेंगे। बाहर रहकर तो बड़बोले बोल बोलते रहे।