
बिहार डेस्कः दुष्कर्म की सिलसिलेवार वारदातों ने बिहार और बिहार के सुशासन दोनों को शर्मसार किया है। इस बीच कुर्कम की एक और कहानी बिहार के गया से सामने आ रही है। गया में बौद्ध धर्म की शिक्षा ले रहे लामाओं के साथ अप्राकृतिक यौनाचार की बात सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक मस्तपुरा स्थित प्रज्ना ज्योति बुद्धिस्ट नोविस स्कूल एंड मेडिटेशन सेंटर में बौद्ध धर्म की शिक्षा ले रहे लामाओं के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया गया है। बच्चों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार का आरोप सेंटर के संचालक भंते सुजॉय उर्फ संघप्रिय भंते पर है। इस मामले को लोकर संचालक संघप्रिये भंते समेत तीन कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। प्रज्ञा ज्योति बुद्धिस्ट नोविस स्कूल एंड मेडिटेशन सेंटर में 29 बाल लामा शिक्षा ले रहे थे। इनकी उम्र 7 वर्ष से 13 वर्ष के बीच है। इनमे ज्यादातर बच्चे असम के कारबिएनलौंग जिले के रहने वाले हैं। कुछ त्रिपुरा के भी बताए जाते हैं। बच्चों के अनुसार सेंटर का संचालक सुजाय उर्फ संघप्रिय भंते उनका शारीरिक शोषण करता था। बच्चों को कोलकाता ले जाकर भी शारीरिक शोषण कराया जाता था।मुंबई के एक लामा से सूचना मिलने के बाद बच्चों के परिजन असम से बोधगया पहुंचे। मेडिटेशन सेंटर में बच्चों ने उन्हें सारी बात बताई। इसके बाद 15 बच्चों को लेकर उनके परिजन गया स्थित असम भवन पहुंचे। मामले की भनक मीडिया को लगने के बाद पुलिस तक बात पहुंची। मेडिटेशन सेंटर में शेष बचे बाल लामाओं को पुलिस ने अपने संरक्षण में ले लिया है। सबकी मेडिकल जांच कराई जाएगी।
