

कोटा में बिहार के छात्रों और देश के अन्य राज्यों में बिहारी मजदूरों को लेकर राजनीति दिनों दिन गर्म होते जा रहा है। कोटा से छात्रों को बिहार वापस लाये जाने के मामले में राजद नेता एवं बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार हमलावर बने हुए हैं और सरकार पर निशाना साध रहे हैं। तेजस्वी ने पूछा है कि अगर सरकार कोटा से छात्रों को और मजदूरों को बिहार वापस लाने में सक्षम नहीं है तो बोल दें हम ले आयेंगे। तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ’10 राज्यों ने अपने 25 हज़ार छात्रों को कोटा से वापस बुला लिया है लेकिन नीतीश जी को पता नहीं बिहार के भविष्य मासूम छात्र-छात्राओं से क्या दिक्कत है? क्या सिर्फ़ नीतीश जी को छोड़ बाक़ी मुख्यमंत्रियों को अपने प्रदेशवासियों की बेहद फ़िक्र है, नहीं है अथवा वो ज़्यादा विवेकशील है? मुख्यमंत्री जी से पुन: आग्रह है अगर सरकार छात्रों को वापस बुलाने में बिल्कुल असमर्थ और असहाय है तो कृपया मुझे अनुमति दिजीए हम लेकर आएँगे। सर्वविदित है भाजपा नीत बिहार सरकार पूर्णतः अक्षम है फिर इसमे शर्म की क्या बात है? ख़ाली ख़बरों की सर्जरी करने से छात्र और मज़दूर वापस नहीं आएँगे।’
https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1253903774856253441?s=19
तेजस्वी के वार पर जदयू ने एक बार फिर तेजस्वी को बिहार आकर बिहार के लोगों की सेवा करने की बात कही है। साथ ही साथ तेजस्वी से राजनीति नहीं करने की भी सलाह दी है। तेजस्वी के ट्वीट के जवाब में जदयू नेता निखिल मंडल ने जवाब देते हुए कहा कि ‘विशुद्ध राजनीति। आप दिल्ली में बैठकर राजनीत कीजिए। बिहार सरकार जनता के बीच रहकर मानवता की सेवा करती रहेंगी।’
https://twitter.com/nikhilmandalJDU/status/1253936956402262017?s=19