
बिहार ब्रेकिंग-रविशंकर शर्मा-पटना ग्रामीण

मोकामा का ऐतिहासिक सीसीएम स्कूल जिसने कई विभूतियों को देश और समाज सेवा के लिये तैयार किया आज अपनी बदहाली पर रो रहा है। आज इसके पास इतनी भी क्षमता नही की बच्चों को बेंच तक मुहैया करा सके। नतीजतन जमीन पर ही इस कंपकंपाती ठंढ में पढ़ाया जाता है और इस कारण कई बच्चे अनुपस्थित रहते हैं तो कई को ठंढ लग जाता है और वे बीमार हो जाते है।
स्कूल प्रबंधन फंड नही होने का रोना रोती है तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आश्चर्यजनक रूप से कहते हैं कि उन्हें पता नही है। मतलब स्पष्ट है, शिक्षा पदाधिकारी को कार्यालय में कुर्सी तोड़ने भर से मतलब है। वैसे भी वे कभी किसी स्कूल का औचक निरीक्षण करते देखे नही गये। और यदि देखे भी गये तो सिर्फ कागजों और विभागीय रजिस्टरों पर। जहाँ स्कूलों में समुचित इंफ्रास्ट्रक्चर तक ना हो,ऐसे में बेहतर शिक्षा का सरकारी दावा खोखला ही साबित होता है।