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जल-जीवन-हरियाली भावी पीढ़ी के लिए सबसे बड़ा उपहार: शम्भूनाथ
‘विकास की रफ्तार के साथ पर्यावरण संतुलन’ विषय पर सेमिनार आयोजित
बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि लोग विकास की चाह रखते हैं, विकास की जरूरतों को पूरा करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करना है। आज विश्व के सामने विकास के साथ पर्यावरण की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती है। चौधरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम के अंतर्गत ‘विकास की रफ्तार के साथ पर्यावरण संतुलन’ विषय पर पटना के इंडस्ट्रीज एसोसिएशन सभागार में आयोजन एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि चौधरी ने कहा कि उन्होंने कहा कि पृथ्वी सभी जरूरतों को पूरा करती है, परंतु हमें अपने लालच पर नियंत्रण रखना होगा। नेतृत्व सिर्फ अगले चुनाव के लिए नहीं बल्कि अगली पीढ़ी के लिए होना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जदयू के प्रदेश महासचिव ई. शम्भूनाथ सिन्हा ने कहा कि यह कटु सत्य है कि दुनिया में विकास की रफ्तार जितनी तेज होगी, पर्यावरण असंतुलन उतना ही गहरा होगा। सत्ता के लिए राजनीति करने वाले अनेकों नेता हैं, परंतु सेवाभाव से राजनीति करने वाले विरले ही पैदा होते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास की इस रफ्तार से अपने को जोड़ते हुए पर्यावरण संतुलन को भी बनाए रखने की जो पहल की है, आने वाली पीढ़ी केजीवन के लिए यह सबसे बड़ा उपहार होगा एवं आने वाली पीढ़ी उनको एक महान राजनेता के साथ-साथ महान चिंतक, समाजसुधारक एवं युग पुरुष केरूप मेंयाद करेगी। बाल विवाह, नारी सशक्तिकरण, दहेज प्रथा, नशाबंदी जैसे सामाजिक मुद्दों को जिस तरह से अपनी प्राथमिकताओं में लिया है, वह दुनिया केलिए अद्भुत संदेश है।
कार्यक्रम का आयोजन एच. ई. टाइम्स द्वारा किया गया था। इसमें समाज के विभिन्न वर्गों केजागरूक व्यक्तियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। इससे पूर्व एच. ई. टाइम्स के संपादक ई. राजेश सिन्हा ने आमंत्रित प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के औचित्य पर प्रकाश डाला। पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली बिहार सरकार की तमाम योजनाओं में सबसे सबसे महत्वपूर्ण है। प्रदेश केहर व्यक्ति को इससे जुड़ना चाहिए। प्रसिद्ध चिकित्सक एवं इंडियन मेडिकल काउंसिल के सदस्य डॉ. सहजानंद प्रसाद सिन्हा ने कहा कि पर्यावरण असंतुलन आज के दिन वैश्विक स्तर पर एक गंभीर चुनौती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल-जीवन-हरियाली के माध्यम से जो गंभीर पहल की है, वह बेहद सराहनीय है और अन्य सामाजिक एवं राजनैतिक प्रतिनिधियों के लिए भी एक उदाहरण है। प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि पर्यावरण असंतुलन मानव समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। यदि हर एक व्यक्ति सजग नहीं हुआ तो आने वाली पीढ़ी महामारी का शिकार हो जाएगी। उन्होंने कहाकि प्रत्येक व्यक्ति की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि मुख्यमंत्री की इस पहल में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। इससे पहले गायत्री समाज की महिलाओं ने दीप प्रज्वलन और मंत्रोच्चारण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। संचालन धीरेंद्र चौधरी ने किया। कार्यक्रम में पर्यावरण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य हेतु समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को प्रशस्ति पत्र एवं पौधा देकर सम्मानित किया गया। समारोह को ई. शशिकांत, अधिवक्ता रविनंदन सहाय, बंधन बैंक के रीजनल हेड अनुराग श्रीवास्तव, पत्रकार नीलोत्पल राय, लोक कला परिषद के सचिव ई. संजीव कुमार, भाजपा नेता नीरज कुमार, छात्र नेता अभिनव नीरज, शिक्षाविद् अनिलकुमार नाग आदि ने भी संबोधित किया। मौके पर बड़ी संख्या में छात्र एवं युवा प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी। इस अवसर पर पर्यावरण से संबंधित चित्रों का भी प्रदर्शन किया गया।