
बिहार ब्रेकिंग-रवि कुमार गुप्ता-लातेहार

झालरों की रोशनी में जगमगा रहे गिरजाघरों में रात के ठीक 12 बजे जैसे ही घड़ी की सुइयां एक हुईं, प्रभु यीशु का जन्म हुआ। मसीही समाज क्रिसमस के उल्लास में झूम उठा। मध्यरात्रि गिरजाघरों में प्रभु यीशु ने जन्म लिया और हर ओर ‘मैरी क्रिसमस’ गूंज उठा। मसीही समुदाय के लोग प्रभु यीशु की भक्ति में लीन हो गए और एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाइयां दी। पूरी तैयारियों के साथ रात 12 बजने का इंतजार हुआ और मध्यरात्रि में प्रभु यीशु के अवतरण होते ही उत्सव आरंभ हो गया। गिरजाघरों में कहीं केक काटकर तो कहीं विशेष प्रार्थनाओं के साथ प्रभु यीशु के जन्म की खुशी मनाई गई।वही कांग्रेस के मनिका विधानसभा के अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता ने विभिन्न चर्चो मैं ईसाई समुदाय के लोगो की क्रिसमस की बधाई दी।
पावन क्रिसमस पर्व की तैयारी कई दिनों से पूरे उत्साह से हो रही थी। मसीही समाज ने रात 10 बजे से कैंडल नाइट प्रार्थना की। प्रभु यीशु की आराधना की। मध्यरात्रि प्रभु के जन्म के समय मिस्सा बलिदान (पूजा विधि) में सभी शामिल हुए। विशेष महिमा गान और जयघोष के साथ ठीक 12 बजे गिरजाघरों में घंटा बजाकर प्रभु यीशु का जन्म का संदेश दिया गया। इसके बाद प्रभु यीशु की शोभायात्रा निकाली गई और जन्मे प्रभु को चरनी में स्थापित किया गया, क्योंकि प्रभु यीशु का जन्म चरनी (जहां भेड़ बकरियां रहती हैं) में ही हुआ था। सेंट थॉमस और सेंट कलारेट चर्च में बिशप ने प्रार्थना की और बाइबल के संदेश पढ़े।