
बिहार ब्रेकिंग-कुणाल कुमार-सुपौल

कुसहा त्रासदी 2008 के बाद लोगो ने जैसे ट्रैन की आशा ही छोड़ दी थी। इस त्रासदी ने सुपौल के वैसे विभिन्न क्षेत्रों को क्षति पहुंचाई थी, जिसमे रेल को तो कोसी ने पूरी तरह से लील लिया था। पहले सहरसा से सुपौल, थरबिटिया, सरायगढ़ होते हुए ललित ग्राम और फिर ललितग्राम होते हुए फॉरबिसगंज तक भारतीय रेल चलती थी।कुसहा के पास कोसी का बांध 2008 में टूटने के बाद रेलवे क्षेत्र का अधिकांश भाग को कोशी ने ध्वस्त कर दिया था। तब से लेकर कल तक लोगो ने जैसे आस ही छोड़ दी थी।
आज जब स्पीड ट्रायल करने हेतु रेल का इंजन बरुआरी से चलकर सुपौल स्टेशन पर सफलता पूर्वक पहुँची तो लोगो के आँखे खुशी से छलक गयी। आमान परिवर्तन के बाद सुपौल ट्रैन लेकर पहुंचे ड्राइवर ने सफलतापूर्वक ट्रैन संचालन पर खुशी का इजहार किया। और इसी महीने से लगातार ट्रैन चलने की बात कही ।