
शांति के नाम दर्ज हुआ नया विश्व रिकॉर्ड। साक्षी बने 6200 स्कूली बच्चे।
बिहार ब्रेकिंग

अर्जित शाश्वत चौबे द्वारा बिहार के भागलपुर के जय प्रकाश मैदान (सैंडिस कंपाउंड) में बिहार का पहला नया गिनीज विश्व रिकार्ड बनाकर कीर्तिमान स्थापित किया। आज भागलपुर, बिहार का नाम विश्व इतिहास में दर्ज हो गया। अर्जित ने बताया कि विश्व की विशालतम मानव रचित गांधीजी के पीस जेस्चर को बनाकर एक विश्व रिकॉर्ड कायम किया गया। उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर लगभग 32 स्कूलों के 6200 विद्यार्थीयों ने कार्यक्रम में भाग लिया। इसके साथ ही 900 स्कूली बच्चियों ने भी भाग लेकर मुहिम में अपनी भागीदारी दिया। कार्यक्रम में 700 कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। अगले दो सप्ताह में गिनीज के लंदन कार्यालय से प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया जाएगा।
अर्जित ने बताया कि एक साथ हज़ारों बच्चे जब बापू के जैसा धोती धारण किया तो बड़ा मनमोहक लग रहा था। नन्हे बच्चे एक साथ हज़ारों की संख्या में पारंपरिक धोती में अनुपम छटा बिखेरता रहे थे। ग्राउंड में आने पर उन्हें हेड मास्क, गांधी टोपी एवम् डंडा प्रदान किया गया ताकि वे गांधी जी की तरह दिखें। प्रारम्भ में इन्हे तय्यार करने में काफी परेशानी हुई लेकिन बाद में कार्यकर्ताओं के द्वारा वृहत रूप में हल निकाला गया। सभी स्कूल 8 से 9 बजे के बीच अपने स्कूलों के बस एवम् अन्य वाहनों से सैंडीस मैदान पहुंचे जिसके बाद उन्हें 1 घंटे तक व्यवस्थित कर 50-50 के ग्रुप में बांटा गया। कुल मिलाकर 124 ग्रुप बनाए गए जिसमें प्रत्येक ग्रुप में 2-2 कार्यकर्ता को जिम्मेवारी दी गई थी। 100 कार्यकर्ता गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अरिना में बच्चों को व्यवस्थित करने में लगाए गए थे और 100 कार्यकर्ता को प्रत्येक लाइन को मेन अरीना में लगाने की जिम्मेवारी दी गई थी। सुरक्षा एवम् वाहन व्यवस्था में 100 कार्यकर्ता लगाए गए थे। साथ ही भोजन व्यवस्था में 100 कार्यकर्ता एवम् मंच व्यवस्था में 50 कार्यकर्ता सजक होकर कार्य कर रहे थे।
इतनी व्यापक व्यवस्था के साथ पहली बार यस वी कैन डू की टीम ने भरपूर मेहनत के उपरांत विश्व रिकॉर्ड कायम किया। रिकॉर्ड के अटेम्प्ट स्थल पर रात्रि मे ही मार्किंग कार्य संपन्न किया गया तथा आवश्यक नापी किया गया था। अरीना में घुसने से पहले प्रत्येक प्रतिभागी को रिस्ट बैंड दिया गया जिससे उनका नंबर पता लग पाए। मिटरिंग माध्यम से कुल 4500 बच्चे ही सफलता के साथ अंदर जा पाए और बाकी समय नहीं रहने के कारण आगे नहीं जा सके। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के एजुकेटर विवेक द्वारा इस अटेम्प्ट स्थल के चारों कोनों से वीडियोग्राफी कराया एवं दो ड्रोन कैमरा के माध्यम से एरियल मानिटरिंग किया। इसका लाइव वीडियो युके की गिनीज टीम द्वारा सीधा प्रसारण देखा जा रहा था। एंट्री का समय 30 मिनट रहा और पीस जेस्चर में 5 मिनट तक सभी गांधी ने एक साथ बिहार को इतिहास के पन्नों में अंकित कराया। विश्व शांति, पर्यावरण संरक्षण, क्लीन बिहार, ग्रीन बिहार, स्मार्ट बिहार का सपना पूरा करने के लिए मन में बापू कार्यक्रम के माध्यम से एक व्यापक जनजागरण किया गया।
कार्यक्रम संयोजक अर्जित चौबे ने बताया कि यस वी कैन डू द्वारा आयोजित कार्यक्रम “मन में बापू” एक व्यापक स्तर का कार्यक्रम था जिसमे 2 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास एक साथ हुआ। उन्होंने कहा कि बिहार के नाम पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बने ताकि लोगों के बीच 5 मुख्य विषय पर जनजागरण लाया जा सके। पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड अटेम्प्ट वर्ल्ड लार्जेस्ट ह्यूमन पीस सिम्बल (मानव द्वारा दुनिया का सबसे बड़ा शांति प्रतीक) बनाना है और दूसरा वर्ल्ड रिकार्ड लार्जेस्ट गैदरिंग ऑफ ह्यूमनस इन गांधीजी पीस जेस्चर है (अधिकतम मानव द्वारा किसी एक व्यक्तित्व गांधीजी का शांति स्वरूप धारण कर एक जगह एकत्रित होने)। अर्जित ने बताया कि हज़ारों गांधीजी शांति का प्रतीक बनकर विश्व को गांधीजी के बताए शांति, सौहार्द और अहिंसा का संदेश देंगे जिसमे भागलपुर, बिहार के स्कूली बच्चे गांधीजी के रूप को बनाकर सम्पूर्ण विश्व को शांति का पाठ पढ़ाया। इसके साथ ही गांधीजी के भेष भूषा में 6200 बच्चे धोती, गांधी चश्मा, लाठी और हेड मास्क में एक जगह एकत्रित होकर महात्मा गांधीजी के स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रदान किया। उन्होंने बताया कि सभी स्कूल, गैर सरकारी संस्था एवं सामाजिक संस्था के प्रतिनिधियो ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में एक-एक वृक्ष भी लगाया। सभी आगंतुक अतिथियों को एक एक वृक्ष भेंट किया गया। इस कार्यक्रम को मॉनिटर करने के लिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड के एजुकेटर अपनी टीम के साथ 8 नवम्बर को भागलपुर पहुंच गए थे। सैंडिस मैदान में हरेक एंगेल से कैमरा लगाया गया ताकि वर्ल्ड रिकार्ड बनते हुए लाइव रिकार्डिंग किया जा सके। पांच विद्यालय द्वारा बापू पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। 60 से भी ज्यादा समाजसेवी संस्थानों ने अपने सदस्यों के साथ कार्यक्रम में सम्मिलित होकर इस सफल किया। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि पहली बार मन में बापू कार्यक्रम के माध्यम से शांति और सौहार्द का संदेश को हज़ारों बच्चों के द्वारा गांधीजी के रूप सज्जा कर विश्व को दिया गया जो अदभुत था। मुख्य अतिथि के रूप में विश्व विख्यात पर्वतारोही एवम् पर्यावरणविद् पद्मश्री संतोष यादव ने विश्व कीर्तिमान पर प्रकाश डाला। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण विषय पर गंभीरता से पालन कर प्रदूषण से बचने के उपाय बताए।
प्रमुख रूप से सरस्वती विद्या मंदिर नर्गाह, सरस्वती विद्या मंदिर ढांढानिया, नवयुग विद्यालय, संत जोसेफ, संत पौल, माउंट जी लिटरा, संत टेरेसा, दीक्षा इंटरनैशनल, हैपी वैली, ग्रीन वैली, माउंट कारमेल, नवलोका, बिरला ओपन माइंड, डान बास्को, न्यू सेंटुरी, सनराइज, इंडियन पब्लिक, एस एम् एस, डि ए वी, ब्लू बेल, माउंट असिसी सहित कुल 32 विद्यालय इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर विश्व रिकॉर्ड बनाया। प्रमुख रूप से कार्यक्रम संयोजक अर्जित चौबे के साथ यस वी कैन डू की टीम में सह संयोजक शानू शर्मा, नितिन भुवानेका, दीपक शर्मा, प्रकाश वर्मा, आशीष सर्राफ, अमृत जैन, दीक्षा राज सिंह, तेजस शर्मा, चंदन ठाकुर, नंदिकेश शांडिल्य, गौतम कुमार, निधि बुधिया, सकलैन अख्तर, कुश पांडे एवं कारण शर्मा ने विशेष योगदान दिया।