
रविशंकर शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार बिहार ब्रेकिंग की एक खास रिपोर्ट

समस्त देश मे आर्थिक मंदी की अपार चर्चा परिचर्चा के बीच मनाये गए त्योहारों ने आर्थिक मंदी के मुँह पर कालिख सी पोत दी है। आर्थिक मंदी को मुँह चिढ़ाते हमारे त्योहार हमारे अंदर ऊर्जा का संचार करने में कितने सक्षम है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर त्योहार का आप आकलन करें तो आपको लगेगा कि हर तरफ खुशियाँ बिखर रही हैं।
दरअसल हमारे देश के समृद्ध संस्कृति की ये देन है, कि तकलीफ झेलते हुए भी हर त्योहार का भरपूर आनंद लेना जानते हैं। हमारी समृद्ध संस्कृति ने हमे ये सिखाया है कि जिंदगी में हर रोज संघर्ष और मंडी की मार है। इसीलिए तो त्योहार बने हैं कि हम इन सबसे खुद को अलग करके त्योहारों के अवसर पर जीवन को खुशियों से भर कर अपने अंदर एक ऊर्जा प्राप्त करें ताकी फिर से संघर्ष के लिये खुद को तैयार कर सकें। इसलिये हर त्योहार को पूरे जोश और आनन्द के साथ मनायें।