
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं है। वह पूण्यआत्मा अब स्वर्गलोक में है। लेकिन वाजपेयी एक युग थे एक दौर थे। उनके व्यक्तित्व के प्रति लोगों का आकर्षण उनकी महानता के प्रति लोगों का सम्मोहन आवाम के दिलों में उन्हें हमेशा जिंदा रहेगा। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का लंबा राजनीतिक सफर रहा है। इसलिए कई सियासी किस्से हैं उनसे जुड़े हुए जो बेहद दिलचस्प है। वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी ने ऐसे हीं कई दिलचस्प किस्सों का जिक्र अपनी किताब ‘हार नहीं मानूगा’ में किया है। यह किताब वाजपेयी के जीवन पर आधारित है। अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार भारत के मौजूदा गृहमंत्री राजनाथ सिंह को मूर्ख कह दिया था। दरअसल किस्सा कुछ यूं है कि 1999 के लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी की जीत हुई तब राजनाथ सिंह यूपी बीजेपी के अध्यक्ष थे। लखनऊ में में एक दिन सवेरे घर पर पूजा कर रहे थे कि प्रधानमंत्री वाजपेयी का फोन आया। पत्नी ने बताया लेकिन राजनाथ सिंह ने हाथ के इशारे से मना कर दिया। कुछ देर बाद फिर फोन आया तो राजनाथ सिंह ने बात की। वाजपेयी ने पूछा, ‘क्या कर रहे हैं?’’
राजनाथ सिंह ने जवाब दिया, ‘‘पूजा में बैठा था।’’
वाजपेयी ने चुटकी ली, ‘‘बहुत बड़े पुजारी बन रहे हैं। दिल्ली कब आ रहे हैं? आकर फोन कर लिजिएगा।’’
दिल्ली पहुंचकर फोन किया तो आदेश मिला कि कल सुबह राष्ट्रपति भवन पहुंच जाइएगा।
राजनाथ ने पूछा, ‘‘ राष्ट्रपति भवन क्यों?’’
वाजपेयी ने कहा, ‘‘मूर्ख हैं क्या?’’
अगले दिन राजनाथ सिंह केन्द्र में सड़क परिवहन मंत्री बना दिये गये। ऐसी कहानियां हैं जो बेहद दिलचस्प है। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का व्यक्तित्व ऐसा था कि वे पक्ष विपक्ष सभी लोगों के बीच लोकप्रिय थे। लोग उन्हें सुनना पसंद करते थे और उनकी महानता के कायल थे।
