
मुख्यमंत्री के समक्ष कृषि वानिकी नीति 2019 निर्धारित करने के संबंध में प्रस्तुतीकरण
बिहार ब्रेकिंग

1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष कृषि वानिकी नीति 2019 निर्धारित करने के प्रस्ताव के संबंध में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण के क्रम में कृषि वानिकी नीति की वर्तमान स्थिति, बिहार के लिये कृषि वानिकी नीति की आवश्यकता, उसके संबंध में दृष्टि, रणनीति, लक्ष्य एवं उद्देश्य के बारे में भी बताया गया। कृषि वानिकी से संबंधित वन विभाग, कृषि विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत चलायी जा रही योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गयी। कृषि वानिकी योजनान्तर्गत 2012-13 से 2018-19 तक 846.82 लाख पौधे लगाए जाने के संबंध में में भी जानकारी दी गयी। प्रस्तुतीकरण के क्रम में बताया गया कि कृषि वानिकी नीति का उद्देश्य कृषि वानिकी को कृषि के महत्वपूर्ण घटक के रूप में स्थापित कर सकल घरेलू उत्पाद के रूप में उसका योगदान बढ़ाना है। कृषि पर आश्रित लोगों के लिये यह अतिरिक्त रोजगार एवं आय का साधन बन सके। कृषि, बागवानी, औषधीय, मत्स्य पालन आदि विभिन्न अवयवों का समन्वय करते हुये ग्रामीण लोगों के आर्थिक उन्नयन को भी सुनिश्चित किया जा सके।
प्रस्तुतीकरण के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि वानिकी उत्पादों की मार्केटिंग के लिये काम करने की जरूरत है। पॉपुलर पौधे की मार्केटिंग के लिये विशेष रूप से काम करना होगा। नीति के प्रारूप को बेहतर ढंग से तैयार करने से उसको क्रियान्वित करने में सहुलियत होती है। हर तरह का पौधा जल-जीवन-हरियाली अभियान का एक हिस्सा हाेगा। इससे ग्रीन कवर भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि किसानाें के बीच क्रॉप सायकिल को प्रोमोट करना होगा और इसे प्रचारित भी करना होगा। बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अरूण कुमार सिंह, प्रधान सचिव स्वास्थ्य संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव कृषि एन श्रवण कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, अपर सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय चन्द्रशेखर सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।