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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में रविवार को गया समाहरणालय सभाकक्ष में गया जिला में सुखाड़ की स्थिति की समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गया जिला के 36 पंचायतों में 40 प्रतिशत से कम रोपनी हुयी है, जबकि 214 पंचायतों में 50 प्रतिशत से ज्यादा रोपनी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि गया जिला के 21 प्रखंडों में अल्प वर्षा हुयी है, जबकि डुमरिया प्रखण्ड में माइनस 1.12, इमामगंज में माइनस 8.17 और गया में सामान्य से अधिक 1.09 प्रतिशत वर्षा हुयी है। अधिकारियाें ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिन इलाकों में धान की रोपनी काफी कम हुयी है, उन इलाके के किसानों को आकस्मिक फसल के लिये प्रेरित किया जा रहा है और इसके लिए उन्हें बीज भी मुहैया कराया जा रहा है।
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से पिछले दो वर्षों से सूखे की स्थिति उत्पन्न हो रही है, ऐसे में हमें किसानाें को वैकल्पिक फसल के लिये प्रेरित करना होगा और उन्हें समझाना होगा कि सिर्फ धान पर निर्भर न रहकर बदलते मौसम के अनुरूप फसलों की बुआई करें, तभी जो नुकसान झेलना पड़ रहा है, उसमें कमी आयेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ की तरह ही हमलोग सूखा प्रभावित इलाकों को भी मदद करते रहे हैं और इस बार भी पंचायतों से रिपोर्ट मांगी गई है ताकि सूखा प्रभावित किसानों को मदद दी जा सके। उन्होंने कहा कि हमलोग इस वर्ष अपनी क्षमता से आगे बढ़कर मदद कर रहे हैं लेकिन हमें बदलते मौसम को देखते हुए फसल चक्र को भी बदलना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने सचिव कृषि विभाग को फसल चक्र का फाइनल प्रस्ताव लाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि किस जिले में किस फसल की बुआई उपयुक्त होगी, इसका भी अध्ययन सुनिश्चित करें। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत भी लोगों को बदलते मौसम में वैकल्पिक फसल की बुआई के प्रति समझाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में 76 प्रतिषत लोग कृषि पर निर्भर हैं। जिस प्रकार से सूखे की स्थिति उत्पन्न हाे रही है, ऐसे में अगर उन्हें समझाया जाये तो वैकल्पिक फसल अपने खेतों में लगाने के लिये सहमत हो जायेंगे। मुख्यमंत्री ने गिरते भूजल
स्तर पर भी चिंता व्यक्त की। जिलाधिकारी गया काे निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गया जिला में कितने आहर, पइन, सार्वजनिक कुऑ, तालाब और पहाड़ी इलाके हैं, उन्हें अतिशीघ्र चिन्हित करें। इसके साथ ही नल का जल लोगों के घरों तक पहुॅचाया जा रहा है, ऐसे में जल का दुरूपयोग नहीं हो, यह लोगाें को समझाना पड़ेगा।
इस अवसर शिक्षा मंत्री एवं गया जिले के प्रभारी मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, सांसद विजय मांझी, सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, गया जिला के विधायक एवं विधान पार्षदगण, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव गृह आमिर सुबहानी, प्रधान सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित संबंधित विभागों के प्रधान सचिव/सचिव, आयुक्त मगण प्रमण्डल, जिलाधिकारी गया एवं वरीय पुलिस अधीक्षक गया उपस्थित थे।