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अरुण जेटली जी को निगम बोध घाट दिल्ली जाकर अन्तिम विदाई दिया- अर्जित शाश्वत चौबे
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबै ने अपने मित्र रहे वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली के अंतिम यात्रा में सम्मिलित होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। वहीँ पूर्व प्रत्याशी भागलपुर विधान सभा सह राष्ट्रिय कार्यसमिति सदस्य भाजयुमो अर्जित शाश्वत चौबे ने आज वरिष्ट भाजपा नेता एवं भारत के पूर्व वित्त मन्त्री अरुण जेटली जी को अन्तिम विदाई देकर भावभीनी श्रधान्जली अर्पित किया। अर्जित ने कहा कि मेरे पिता तुल्य अभिवावक को आज मैने खो दिया है। बचपन से ही उनका सानिध्य और प्यार मिलता रहा है। जब भी उनसे मिलता था एक अपनत्व का भावना मन में उत्पन्न होता था। सहज हृदय के हंसमुख स्वभाव के अरुण चाचा तो अब नही रहे लेकिन उनकी स्मृतिशेष है। उन्होँने जो राजनैतिक रुप से श्रेष्टता प्रदान किया है वह अनुकरणीय है। निगम बोध घाट पर उनकी धर्म पत्नी संगीता जेटली , सुपुत्र रोहन जेटली एवं पुत्री सोनाली जेटली से मिलकर इस दुख की घड़ी में उन्हे धैर्य रखने को कहा।
अर्जित ने कहा की पिताजी के छात्र जीवन के मित्र थे एवं दोनो ने छात्र राजनीति की शुरुआत एक साथ किया था। 40 दशकों से भी ज्यादा का साथ रहा है। 74 के आन्दोलन में छात्र संघर्ष समिति के संयोजक होने के नाते अरुण चाचा एवं सदस्य के रुप में पिताजी साथ जाकर जय प्रकाश नारायण जी को विद्यार्थी परिषद की सभा में आने के लिये मनाने गये थे जिसके बाद पटना विश्वविद्यालय आकर जे पी ने भाग लिया था। बाद मे 74 आन्दोलन के उपरान्त पिताजी के छात्र संघ चुनाव में भी अरुण जेटली जी ने आकर कमान सम्भाला था और पिताजी छात्र संघ अध्यक्ष चुने गये थे एवं बाद में पिताजी ने भी उनके दिल्ली छात्र संघ चुनाव में जाकर बिहार के विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ अहम भुमिका निभा कर उन्हे जिताया था। जब भी उनसे मिलता था वो कहते थे की पिताजी के जैसा जुझारु बनो, बोलते थे चौबेजी का शरीर फौलाद का बना है, इतना लाठी खाये हैं फिर भी पीछे नही हटे। मन कल्पित हो उठता है उनकी बात याद करके। उन्के प्रति गहरी संवेदना और विनम्र श्रधान्जली अर्पित करता हूं। अन्य लोगों में वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण सिंह, देवकुमार पांडे, रामनाथ पासवान, अभय घोष सोनू, देवव्रत घोष, अनूप लाल साह, संजय हरी, पुष्पा प्रसाद आदि प्रमुख रूप से थे।