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बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने आखिरकार शुक्रवार को सरेंडर कर दिया। पिछले कई दिनों से फरार चल रहे अनंत सिंह ने दिल्ली की साकेत कोर्ट में सरेंडर किया। इसके बाद कोर्ट ने उनकी कस्टडी पुलिस को सौंप दी है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात तक बिहार पुलिस की टीम दिल्ली पहुंचेगी, जिसके बाद अनंत सिंह को बिहार लाया जाएगा।
लुकाछिपी के खेल में पुलिस की हुई हार
18 अगस्त को गिरफ्तार वारंड लेकर अनंत सिंह को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस को जब निराशा हाथ लगी जब वह वहां से फरार थे। बकायदा एसआईटी की टीम गठित की गई जो अनंत सिंह को ढ़ूंढ़ने में लगी रही। अनंत सिंह के लगभग सभी ठिकानों पर दिन-रात छापेमारी की गई। पुलिस की टीम ने उनके करीबियों के घर भी छापेमारी कर पूछताछ की। उधर अनंत सिंह अंडरग्राउंड होने के बाद वीडियो पर वीडियो जारी कर अपनी बात कहते रहे। सरेंडर करने से कुछ घंटे पहले भी अनंत सिंह ने वीडियो जारी किया। हैरानी की बात ये है कि कुल तीन वीडियो अलग-अलग लोकेशन से रिलीज की गई लेकिन पुलिस लोकेशन को ट्रेस नहीं कर पाई कि वो बिहार से बाहर हैं।
अवैध हथियार रखने को लेकर मुकदमा
16 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली थी कि बाढ़ जिल के लदमा स्थित अनंत सिंह के पैतृक घर में अवैध हथियार रखा है। छापेमारी करने गई पुलिस ने अनंत सिंह के घर से एक एके-47 राइफल और कई राउंड गोलियां बरामद की थी। इसके अलावा एक ग्रेनेड भी मिला था जिसे बाद में डिफ्यूज किया गया। अनंत सिंह के खिलाफ यूएपीए के तहत भी मामला दर्ज किया गया। 18 अगस्त को पुलिस को अनंत सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट मिला था। पैतृक घर से बरामद हुए हथियार के बाद से ही अनंत सिंह फरार चल रहे थे।
सरेंडर करने की जानकारी खुद वीडियो जारी कर दी थी
अनंत सिंह ने वीडियो जारी कर कहा था कि वो कोर्ट में सरेंडर करेंगे। गुरुवार रात एक वीडियो जारी कर उन्होंने पुलिस पर साज़िश का आरोप लगाया था। अनंत सिंह ने सांसद ललन सिंह पर आरोप लगाया कि वह उनके खिलाफ लागातार पुलिस के साथ साजिश रच रहे हैं। अनंत सिंह ने बाढ़ एएसपी लिपि सिंह का नाम भी अपने वीडियो में लिया। विधायक ने आरोप लगाया कि उनके घर में हथियार रखवाया गया है। वीडियो में जसवीर और कर्मवीर नाम के रिश्तेदार से उनके घर में हथियार रखवाने का आरोप लगाया।
फरार होने की वजह बीमारी को बताया
कोर्ट में अपने दिए गए बयान में अनंत सिंह ने कहा है कि वो फरार नहीं थे बल्कि 18 तारीख से उन्हें बुखार था। तबीयत सही नहीं होने की वजह से वो इलाजरत थे। साकेत कोर्ट में उन्होंने जूडिशल कस्टडी की मांग की लेकिन कोर्ट से अनुमति नहीं मिली। लिहाजा उन्हें पुलिस कस्टडी में ही रखा गया है।