
बिहार ब्रेकिंग-निरंजन

अमेरिकी पाबंदियों के बीच ईरानी तेल खरीद को लगभग बंद कर चुके भारत ने साफ कर दिया कि इस बारे में अंतिम फैसला चुनाव बाद आने वाली अगली सरकार करेगी।
भारत में चल रहे आम चुनावों की आपाधापी और नतीजों के इंतजार के बीच अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर चल रहे कुछ तनाव नई सरकार के लिए भी सिरदर्द साबित हो सकते हैं। इनमें एक अहम मुद्दा है नाभिकीय समझौते और अंतर्राष्ट्रीय पाबंदियों को लेकर ईरान-अमेरिका के बीच बढ़ता तनाव। ऐन चुनावों के बीच भारत आए ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। उनका यह दौरा ऐसे वक्त हुआ है जब भारत की तरफ से इस महीने तेल खरीद का कोई ऑर्डर नहीं दिया गया। हालांकि नई दिल्ली का मन टटोलने के लिए आए ईरानी विदेश मंत्री के हाथ कोई खास भरोसा नहीं लगा।
अमेरिकी पाबंदियों के बीच ईरानी तेल खरीद को लगभग बंद कर चुके भारत ने साफ कर दिया कि इस बारे में अंतिम फैसला चुनाव बाद आने वाली अगली सरकार करेगी। ईरान सरकार के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क की कड़ी में भारत आए जरीफ ने करीब एक घंटे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। इससे पहले वो रूस, चीन, तुर्कमेनिस्तान समेत कुछ अन्य देशों का दौरा बीते दिनों कर चुके हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री ने ईरानी मेहमान को बताया कि “भारत में इस वक्त चुनाव चल रहे हैं। लिहाजा तेल खरीद के मुद्दे पर अंतिम फैसला 23 मई के नतीजों के बाद गठित होने वाली सरकार लेगी।”