
भगवान शिव ने मां गंगा को अपनी जटाआें में समेट रखा है और उन्हें गंगा जल बहुत प्रिय है। इसी कारण अगर भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक किया जाए तो वे बहुत प्रसन्न होते है। सावन माह में कांवड़िए दूर-दूर से गंगाजल भरकर अपनी कांवड़ में लाते हैं और भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं। शास्त्रों में गंगाजल को बहुत पवित्र माना गया है, जिस घर में गंगाजल रखा जाता है वहां से नकारात्मक ऊर्जा कोसों दूर रहती है। यदि किसी व्यक्ति पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है, या व्यापार-व्यवसाय अच्छे से नहीं चल रहा है तो उस व्यक्ति को गंगाजल का ये चमत्कारी उपाय करना चाहिए, इस उपाय को करने से लाभ होता है। आइए आपको बताते हैं इस उपाय के बारे में…..
सावन के सोमवार के दिन गंगाजल को किसी पीतल या चांदी के बर्तन में भरकर ढक्कन अच्छी तरह से बंद करके घर के उत्तर-पूर्व अर्थात ईशान कोण में रख दें। जब इसमें से गंगाजल कम होने लगे तो इसे दोबारा भर दें। ध्यान रखें कि इस गंगाजल का किसी अन्य कार्य में प्रयोग ना करें। जब तक गंगा जल घर या भवन में रखा रहेगा तब तक घर में सुख-संपदा का वास रहेगा।घर में यदि आप गंगा जल रखते हैं तो इसे अंधेरे स्थान पर न रखें। इसके एक ही जगह पर न रखे रहने दें। गंगा जल सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार करता है। यदि इसे आप समय-समय पर घर के अन्य कमरों में रखेंगे तो यह ऊर्जा वहां भी रहेगी।
