
बिहार ब्रेकिंग-मंजेश कुमार-बेगूसराय

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर भाजपा के लिए बेगूसराय में कमल खिलाना आसान नहीं होगा। सूत्रों के मुताबिक एनडीए के तरफ से बेगूसराय सीट पर भाजपा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के झोली में डाला जा रहा है। अगर बेगूसराय से गिरिराज सिंह उम्मीदवार घोषित किये जाते हैं तो विपक्ष के साथ साथ एनडीए में भी इसका विरोध होना तय है। बेगूसराय सीट पर स्थानीय और बाहरी उम्मीदवार को लेकर एनडीए पहले ही दो खेमे में बंटा हुआ है। इस वजह से एनडीए आलाकमान की सबसे बड़ी चुनौती होगी बंटे हुए दोनों खेमे को एक साथ लेकर चलना। वहीं दूसरी तरफ बेगूसराय सीट पर सीपीआई के तरफ से डॉ कन्हैया का चुनाव लड़ना लगभग तय है और सीपीआई इस पर महागठबंधन से भी मुहर लगवाने की पूरी कोशिश कर रही है। सीपीआई डॉ कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को तय करने के लिए लगातार महागठबंधन के नेताओं के संपर्क में है और अगर यह गठबंधन हो जाता है तो माना जा रहा है कि बेगूसराय सीट पर कन्हैया की जीत पक्की है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बेगूसराय पहले ही वामपंथ का गढ़ रहा है साथ ही साथ महागठबंधन से सीपीआई के गठबंधन के मामले में भूमिहार समेत यादव और मुसलमानों के वोट भी एकत्रित हो कर कन्हैया के पक्ष में आएंगे। जबकि अगर सीपीआई और महागठबंधन में बात नहीं बनी तो सुनने में आ रहा है कि राजद के तरफ से तनवीर हसन गिरिराज के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। उधर कन्हैया अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं दिख रहा। इस परिस्थिति में अगर बेगूसराय सीट पर त्रिकोणीय जंग होती है तो फिर संभव है कि राजद और सीपीआई आपस मे लड़ते रह जाएं और एनडीए एक होकर बाजी मार जाए। हालांकि एनडीए कभी नहीं चाहेगी कि बेगूसराय सीट पर सीपीआई महागठबंधन में शामिल हो अन्यथा एनडीए और गिरिराज सिंह के लिए बेगूसराय में कमल खिलाना आसान नहीं होगा।