
सहरसा: हर साल की तरह इस साल भी सहरसा में कोसी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । सहरसा स्टेडियम में शनिवार से शुरू हो रहे 15 वें दो दिवसीय कोसी महोत्सव की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। शनिवार की शाम 4:30 बजे सूबे के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव और अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री रमेश ऋृषिदेव इसका उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी शैलजा शर्मा करेंगी। उदघाटन सत्र में रंगारंग प्रस्तुति स्वरांजलि के कलाकारों की होगी। इस बार के महोत्सव का मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय गज़ल गायक चंदन दास होंगे। चंदन दास के साथ वॉयलिन पर संगत करेंगे राजेश जायसवाल । चंदन दास के कार्यक्रम से सहरसा के संगीत प्रेमियों में काफ़ी उत्साह है । चंदन दास की परफॉर्मेंस 10 मार्च को होगी । पटना से सहरसा जाने के क्रम में चंदन दास से ख़ास बातचीत की हमारे सहयोगी राजेश जायसवाल, मशहूर संगीतकार एवं वायलिनिस्ट ने । आपके सामने प्रस्तुत है बातचीत के कुछ मुख्य अंश

प्रश्न: किस उपलक्ष में सहरसा जा रहे हैं ? कार्यक्रम में क्या इसबार आपके तरफ से स्पेशल होगा ?
उत्तर: कोसी महोत्सव के लिए मुझे आमंत्रित किया गया है । चार साल पहले भी मैँ सहरसा में प्रस्तुति दे चुका हूँ । काफी अच्छा लगता है मुझे वहाँ परफॉर्म करना। सहरसा के दर्शकों को मेरी पुरानी गज़ले भी जुबानी याद है । दर्शक फरमाईस करते हैं ग़ज़लों को सुनने के लिए ।
प्रश्न: आपकी एक नज़्म है जो काफी पॉपुलर है । न जी भर के देखा न कुछ बात की..बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की..क्या आप इस गज़ल को भी कल के कार्यक्रम में गाएंगे ?
उत्तर: कई दफ़ा ऐसा होता है कि इस गज़ल को मुझे दुबारा गाना पड़ता है । इस गज़ल के लिए ऑडियंस हमेशा क्रेजी रहते हैं । मैं बेशक इसको गाऊंगा । इस गजल को वशीर बद्र साहब ने लिखी थी । मैं धन्यवाद देना चाहूंगा अपने श्रोताओं को जिन्होंने इस गज़ल को बेहद प्यार दिया ।
प्रश्न: आपकी एक गज़ल है नए घड़े का पानी उसके विषय में आपका क्या कहना है ।
उत्तर: इस गज़ल में आसान लब्ज़ है और इसका मीनिंग काफी गहरा है । जो कि ऑडियंस को अच्छे से समझ आ जाती है । लोग इस गज़ल को अपने ऊपर ले लेते है ऐसा लगता है कि ये गज़ल उनके ऊपर गाया जा रहा हो ।
प्रश्न: आपको हमारी टीम की ओर से शुभकामनाएं । चलते-चलते एक गज़ल हो जाए दर्शको के लिए आपकी तरफ से ।
उत्तर: धन्यवाद आप सभी का । जरूर…ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है…अभी तुझसे मिलता जुलता कोई दूसरा कहाँ…
आप इस हमारे इस इंटरव्यू को बिहार ब्रेकिंग यूट्यूब पर देख सकते हैं ।