
पटना: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है । अभी गठबंधनों ने सीट शेयरिंग का औपचारिक ऐलान नही किया है लेकिन सूत्रों की माने तो आपसी सहमति बन गई है । लोकसभा चुनाव- 2019 के मद्देनजर बिहार में महागठबंधन के दलों के बीच सीटों के बंटवारे की कवायद अंतिम दौर में है। बताया जाता है कि इस गठबंधन के दो मुख्य दलों-कांग्रेस और राजद के बीच एक फार्मूले पर आपसी सहमति बन गई है। इसके तहत राजद 20, कांग्रेस 10 और अन्य घटक दलों के खाते में 10 सीटें जाने की संभावना है। महागठबंधन के सीटों की औपचारिक घोषणा जल्द होने की उम्मीद है। इसके साथ ही महागठबंधन में सीटवार मजबूत उम्मीदवारों के नाम पर भी मंथन चल रहा है।
मंगलवार को नई दिल्ली में महागठबंधन के नेताओं के बीच सीट बंटवारे को लेकर हुए निर्णय पर कांग्रेस के भीतर विमर्श किया गया। इसके बाद कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल व सांसद वेणूगोपाल सीटों की सूची लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पर गए। सूत्रों की मानें तो कुछ सीटों को एक – दूसरे दलों से अदला-बदली की जा सकती है। राजद ने उजियारपुर सीट छोड़ने की स्थिति में मोतिहारी की मांग रखी है तो रालोसपा उजियारपुर और मोतिहारी दोनों मांग रही है।
वहीं, बेगूसराय को लेकर राजद ने मजबूत दावेदरी पेश कर दी है। राजद के संभावित उम्मीदवार तनवीर हसन वर्ष 2014 में मोदी लहर के बावजूद बहुत कम मार्जिन से पराजित हुए थे। वहीं, राजद के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार सीपीआई जो पांच सीटें मांग रही है, उनमें एक खास वर्ग के लिए 4 सीटों की जिद पर अड़ी है, ऐसे में राजद का पीछे हटना मुश्किल है।

दूसरी ओर, राजद के हिस्से की मानी जा रही बक्सर, वैशाली, हाजीपुर, छपरा सहित अन्य सीटों पर उम्मीदवारों ने चुनाव को लेकर जनसंपर्क तेज कर दिया है। बक्सर से जगदानंद सिंह और वैशाली से डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह का चुनाव मैदान में उतरना तय माना जा रहा है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से सासाराम से मीरा कुमार, सुपौल से रंजीत रंजन, कटिहार से तारिक अनवर और समस्तीपुर से डॉ. अशोक राम का चुनाव मैदान में उतरना लगभग तय हो चुका है।