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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ में विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। जनसभा को लेकर बने मंच पर पटना के उप विकास आयुक्त डॉ0 आदित्य प्रकाश सहित स्थानीय नेताओं, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को पुष्प-गुच्छ, अंगवस्त्र तथा प्रतीक चिन्ह भेंट करने के साथ ही माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया। जीविका समूह की दीदियों ने मुख्यमंत्री के अभिनंदन में स्वागत गान प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को सहायता राशि का डमी चेक भी प्रदान किया। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभुकों को मुख्यमंत्री ने चाबी एवं डमी चेक प्रदान किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ आप सबके बीच आकर मुझे काफी खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि मुझे यहाँ के लोगों ने 5 बार सांसद चुना, जिसे मैं कभी भूल नही सकता। जब यहाँ के लोगों ने मुझे सांसद चुना तभी देश के लोग हमें जानने लगे। इसके बाद केंद्र में बी0पी0 सिंह और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में काम करने का मौका मिला। अब जब बिहार के लोगों ने मौका दिया तो हम बिहार की सेवा में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि हम चुनाव के लिए नहीं बल्कि बिहार के लोगों की सेवा करने के लिए काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर 2005 में जब हमने कार्यभार संभाला तो एक सवेर्क्षण में ये बात सामने आई कि 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूलों से बाहर हैं। उन्हें स्कूलों तक पहुँचाने का प्रयास शुरु किया गया और 27 हजार से ज्यादा नए स्कूल खोले गए, तीन से चार लाख शिक्षकों का नियोजन किया गया। इसके बाद पुनः स्कूलों से बाहर रहने वाले बच्चों का सवेर्क्षण कराया गया तो पता चला कि महादलित और अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की संख्या इसमें सबसे ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों से बाहर रहने वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए महादलित टोलों में टोला सेवक एवं अल्पस ंख्यक समुदाय के लिए तालीमी मरकज की व्यवस्था की गयी। 30 हजार लोगों को इस काम मे लगाया गया जिसका नतीजा हुआ कि 4 से पांच साल की मेहनत के बाद अब स्कूलों से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या एक प्रतिशत से भी कम रह गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला उत्थान की दिशा में भी कई कदम उठाये गये। बिहार देश का पहला राज्य है जहां पंचायत और नगर निकाय चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया, जिसका नतीजा है कि आज 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं जीतकर लोगों की सेवा कर रही हैं। बालिकाओं को मिडिल और हाई स्कूल तक पहुँचाने के लिए हमने पोशाक योजना के बाद साइकिल योजना की शुरुआत की। इससे लड़कियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ और जब साइकिल योजना शुरू हुई तब 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या 1 लाख 70 हजार थी, जो अब बढ़कर 9 लाख के बराबर हो गयी है। पोशाक योजना की राशि मे बढ़ोतरी की गई है। समूह में आज जब लड़कियां साइकिल चलाती हुई पढ़ने जाती हैं तो इससे लोगों की सोच और मानसिकता के साथ-साथ दृश्य में भी बदलाव देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़की पैदा होने पर लोग दुःखी हो जाया करते थे, जिसे देखते हुए हमलोगों ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की है, जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है। इस योजना के जरिये लड़की पैदा होने पर उसके माता-पिता के खाते में जन्म के समय 2 हजार रूपये, एक साल बाद आधार से जुड़ने पर 1 हजार रूपये और 2 वर्ष बाद सम्पूर्ण टीकाकरण होने पर पुनः 2 हजार रुपये देने की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। बेटी पैदा होने पर लोगों के मन में खुशी का भाव हो, इसके लिये कई योजनाओं की शुरुआत की गई है। इंटर पास करने वाली प्रत्येक अविवाहित लड़की को 10 हजार रूपये और ग्रेजुएट होने वाली हर लड़की को 25 हजार रुपये दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब घर-घर तक बिजली पहुँचा दी गयी है। पहले लालटेन और ढिबरी जलाकर लोग काम चलाते थे और रात के अंधेरे में उनके बच्चे घर से बाहर न निकलें इसलिए उन्हें भूत का भय दिखाकर परिजन डराते थे लेकिन अब बिहार के हर घर में बिजली पहुंचने से भूत भी भाग गया और लालटेन भी खत्म हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर हमने शराबबंदी लागू की। इसका सबसे ज्यादा लाभ गरीबों को मिला है जो अपनी गाढ़ी कमाई शराब में लुटा देते थे । उन्होंने कहा कि गांव-गांव में सड़क बन गयी और सात निश्चय के तहत टोला स ंपर्क योजना के जरिये गांव के टोलों तक भी पक्की सड़क बनाने का काम जारी है। उन्होंने कहा कि जब हम सांसद थे तो क्षेत्र में घूमने के लिए प्रतिदिन 10-18 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता था। हमलोगों ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की है। अब टाल के इलाके में भी लोगों को पैदल नहीं चलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि समाज में प्रेम, शांति एवं सद्भाव का माहौल कायम रखने का हरसंभव प्रयास कीजिए, तभी विकास कायोंर् का लाभ मिलेगा। न्याय के साथ विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है और हमारा कोई भी काम समाज के हर तबके एवं इलाके के लिए होता है। उन्होंने कहा कि इस अगवानपुर गांव में राजकीयकृत उच्च माध्यमिक विद्यालय और उसकी चहारदीवारी का निर्माण होगा। यहाँ के लिए पंचायत सरकार भवन की स्वीकृति दे दी गयी है। जमीन की उपलब्धता के बाद निर्माण का काम पूरा होगा। अगवानपुर गाँव की जल निकासी के लिए 1 किलोमीटर लंबी ड्रेनेज का निर्माण भी कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक आधार पर सवर्ण जातियों के लिए जो केंद्र ने आरक्षण का प्रावधान किया है, उसका बिहार में नोटिफिकेशन हो गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के माध्यम से अब बिहार में 60 साल से ऊपर हर व्यक्ति वह चाहे स्त्री हो या पुरुष, उनको इस योजना का लाभ अप्रैल माह से मिलेगा। आंकलन में यह बातें सामने आयीं कि 30 लाख से ज्यादा लोग वृद्धा पेंशन से वंचित थे । स्थानीय लोगों की मांग पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों की कमी के कारण बिहार में नए जिलों की घोषणा संभव नहीं है लेकिन 38 के बाद जब भी नया जिला बनेगा तो उसमें पहला नाम बाढ़ का होगा। उन्होंने कहा कि बाहर से सहायता मिलेगा या नहीं, इसकी परवाह किये बिना 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से टाल योजना सबकी राय लेकर तैयार हो गयी है। उन्होंने कहा कि आज से 13 साल पहले बिहार का जो दृश्य था, उसे कभी मत भूलियेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सी0आर0पी0एफ0 जवानों पर पर कुछ दिन पहले आतंकी हमला हुआ था, जिसमें बिहार के भी 2 जवान शहीद हुए थे । इस घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश था। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार पूरी दृढ़ता से काम करेगी। आज जिस प्रकार से आतंकवादियों पर कार्रवाई की गई है, ऐसी कार्रवाई से ही आतंकवाद का खात्मा होगा। गाँधी जी द्वारा बताए गए सात सामाजिक पापों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धांत के बिना राजनीति, काम के बिना धन, चरित्र के बिना ज्ञान, नैतिकता के बिना व्यापार, मानवता के बिना विज्ञान और त्याग के बिना पूजा को गाँधी जी ने सात सामाजिक पाप माना था। हमारी यही ख्वाहिश है कि आप सभी इन सामाजिक पापों से मुक्त रहिये।
उन्होंने कहा कि गाँधी जी कहा करते थे कि यह धरती आपकी हर जरूरत को पूरा कर सकती है, लालच को नहीं इसलिए पर्यावरण का हमें हर हाल में ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत लोग समाज में तनाव और टकराव पैदा करने की कोशिश में जुटे हैं। ऐसे लोगों के चक्कर में नहीं पड़ियेगा, तभी विकास का पूरा लाभ मिलेगा। समाज में शांति, प्रेम और सद्भाव का माहौल कायम रह ेगा, तभी हम बिहार के गौरवशाली अतीत को पुनः हासिल करने में कामयाब होंगे। जनसभा को जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, सांसद वीणा देवी, विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, विधान पार्षद रामचन्द्र भारती एवं पटना के उप विकास आयुक्त डॉ0 आदित्य प्रकाश ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधान पार्षद नीरज कुमार, विधान पार्षद रणवीर नंदन, बिहार सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरषादुल्लाह, जिला परिषद की अध्यक्ष अंजू देवी, डॉ0 बी0पी0 सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष अशोक चंद्रवंशी, भाजपा जिलाध्यक्ष सियाराम सिंह, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जीविका दीदियां, अन्य गणमान्य व्यक्ति सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। बाढ़ से पटना लौटने के क्रम में मुख्यमंत्री ने बैकठपुर शिव मंदिर में पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत मंदिर प्रांगण में नवनिर्मित सामुदायिक भवन (परमेश्वरी भवन) का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने शिलापट्ट का अनावरण कर किया।