
पटना : लोकसभा चुनाव आंतकियों के साफ्ट टारगेट पर है. वह नेपाल की खुली सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश कर बिहार में बड़ी वारदात कर सकते हैं. नेपाल सीमा से सटे भारतीय इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. गृह मंत्रालय के सुरक्षा संबंधी अलर्ट के बाद पटना से लेकर ग्रामीण इलाकों में खुफिया रडार एक्टिव हो गया है. प्रदेश में आतंकी गतिविधियों की पुरानी हिस्ट्री अपडेट करने के साथ संदिग्धों की धर पकड़ भी तेज कर दी गई है. पुलिस के अलर्ट में रविवार को पूर्णिया से भारी संख्या में गोलियों का जखीरा और प्रतिबंधित एके 47 बरामद किया गया है. बिहार पुलिस हेडक्वार्टर ने प्रदेश में हाई सिक्योरिटी अलर्ट करते हुए एंटी इंडियन के मंसूबों को नाकाम करने का दावा किया है.
संवेदनशील है राजधानी
बिहार की राजधानी पटना बेहद संवेदनशील है. वीआईपी मूवमेंट से लेकर अन्य राजनीतिक गतिविधियों के कारण खुफिया का रडार यहां हमेशा एक्टिव रहता है. वर्ष 2013 में पटना में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद राजधानी की संवेदनशीलता और बढ़ गई है. 27 अक्टूबर 2013 में पटना के गांधी मैदान और पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर सीरियल ब्लास्ट हुआ था. भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली के ठीक पहले हुए धमाके की गूंज ने आतंकियों के नापाक इरादों को बे पर्दा कर दिया था. गांधी मैदान में रैली में पांच और जंक्शन पर 2 सीरियल ब्लास्ट में आधा दर्जन लोग मारे गए थे जबकि सौ से अधिक घायल हुए थे. इस घटना के बाद इम्तियाज सहित चार को पकड़ा गया जिसका आतंकी कनेक्शन उजागर हुआ. लोकसभा चुनाव में अयोध्या मंदिर का मामला भी गर्म होगा और ऐसे अन्य कई संवेदनशील मामले हें जिसे लेकर बिहार में अलर्ट है. खुफिया तंत्र को भी यह भनक लगी है कि आतंकियों का स्लीपिंग माडयूल काम कर रहा है.
पटना और गया लास्ट में आईएसआई कनेक्शन
बोधगया बुद्ध मंदिर को दहलाने के लिए भी सीरियल ब्लास्ट किया गया था. देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने वाली आतंकी घटना की जांच में इंडियन मुजाहिद्दीन के सेकेंड मैन सुभान कुरैशी का नाम आया था. आतंकियों की सूची में इंडियन मुजाहिद्दीन के इम्तियाज अंसारी सहित पांच आतंकियों के खिलाफ 3 जून 2014 को चार्जशीट दाखिल की गई थी. इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि आतंकियों के साफ्ट टारगेट पर पटना और प्रदेश के अन्य क्षेत्र हैं.
बिहार के साथ यूपी में एसएसबी का अलर्ट
बिहार के साथ नेपाल सीमा पर स्थित यूपी के जिलों में एसएसबी का हाई अलर्ट है. सशस्त्र सीमा बल से जुड़े सूत्रों की मानें तो सशस्त्र जवानों के साथ खुफिया तंत्र को एक्शन मोड में ला दिया गया है. सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव को लेकर आतंकी घटना का इनपुट मिला है जिसके बाद से ही गृह मंत्रालय का अलर्ट जारी किया गया है. इस अलर्ट के बाद यूपी और बिहार पुलिस के साथ-साथ एसएसबी ने सीमा पर आने जाने वालों का चेहरा रीड करना शुरू कर दिया है.
बिहार में गहरी हुई आंतक की जड़ें
एक वर्ष पूर्व बिहार के तीन दर्जन ऐसे संदिग्धों को चिन्हित किया गया था जो बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है. खुफिया तंत्र 36 आतंकियों की सूची एटीएस को सौंपी थी. इसमें पटना के कई संदिग्धों का नाम शामिल था. इसमें फुलवारीशरीफ के जियाउद्दीन अंसारी, सैयद साह हसीब रजा, मो. शकील मंजर परवेज, शेखावत अली, रियाजुल मुजाहिद शामिल हैं.
आतंकियों की गिरफ्तारी
27 अगस्त 2013 – इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक और बम धमाकों के करीब 40 मामलों में वांछित आतंकी यासीन भटकल को उत्तर बिहार में नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया.

11 अक्तूबर 2016 – एनआईए ने बिहार के रक्सौल में भारत-नेपाल सीमा से दो पाकिस्तानी समेत पांच संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया.
15 अकूबर 2015 – बिहार पुलिस ने मोतिहारी के रक्सौल बार्डर से दो पुरुष व एक महिला आतंकी को गिरफ्तार किया.
3 दिसंबर 2017- गोपालगंज से लश्कर के आतंकी को एनआईए ने किया गिरफ्तार.