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कांग्रेस के जन आकांक्षा रैली पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कांग्रेस पर तंज कसा और कहा कि आज गांधी मैदान पटना में आयोजित कांग्रेस की जनाकांक्षा रैली के फ्लॉप होने से कांग्रेस के नेताओं का भ्रम टूट गया होगा कि कांग्रेस भी एक जनाधार वाली पार्टी है।
राहुल गांधी और शरद यादव ने किया बिहार, भारत और लोकतंत्र का अपमान, जनता सबक सिखाएगी
प्रेस को जारी अपने बयान में केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि रैली में 5 लाख की भीड़ जुटाने का दावा करने वाली कांग्रेस की रैली में वास्तव में मुश्किल से 50 हजार लोग ही जुट पाए। इस रैली में अपने संबोधन में राहुल गांधी ने बिहार को ‘बेरोजगारी का सेंटर’ का तगमा दिया है। यह पूरे बिहार का अपमान है जिसको यहां की जनता कभी माफ नहीं करेगी। वहीं शरद यादव ने कहा कि भारत में अघोषित आपातकाल लगा हुआ है। जनता के प्रचंड बहुमत से चुनकर आई मोदी सरकार के बारे में ऐसा कहना जनता, देश और लोकतंत्र का अपमान है। देश की जनता अगले चुनाव में शरद यादव उनकी पार्टी और उनके गठबंधन को इस अपमान का करारा जवाब देगी। आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस की गोद में बैठकर शरद यादव आपातकाल की जो व्याख्या कर रहे हैं इससे उनके लोकतंत्र के प्रति आस्था पर भी शक होता है।

28 साल बाद भी नहीं सुधरी कांग्रेस
चौबे ने आगे कहा कि 1989 के बाद 28 साल के अंतराल के बाद कांग्रेस ने पटना के गांधी मैदान में रैली की लेकिन इतने वर्षों बाद भी इस के चाल चरित्र में कोई अंतर नहीं आया। बहु प्रतीक्षित रैली के फ्लॉप हो जाने के बाद भी इसके नेता गण यह दावा करते रहे की 5 लाख की भीड़ जुटी लेकिन सिर्फ पचास हजार लोगों की उपस्थिति ने उसके इस भ्रम को छोड़ दिया। 1989 में जहां कांग्रेस में अकेले रैली की थी वहीं 2019 में इस ने 7 पार्टियों के साथ रैली की और इसमें 1989 जितनी भीड़ भी नहीं जुट सकी। आज की कांग्रेस की फ्लॉप आकांक्षा रैली से यह साबित हो गया कि बिहार में सत्ता का विकल्प बनने के लिए पूरी मेहनत करने पर भी कांग्रेस को कम से कम 50 साल लग जाएंगे।