
बिहार का अगला डीजीपी कौन होगा इसपर संघ लोक सेवा आयोग अपनी मुहर लगाएगा । वैसे बिहार सरकार ने पांच आई.पी.एस अधिकारियों के नाम केंद्र को भेज दिए हैं लेकिन इसपर अंतिम मुहर लगना बांकि है क्योंकि वर्तमान डीजीपी के. एस. द्विवेदी जो 1984 बैच के हैं अगले साल जनवरी में रिटायर हो जाएंगे । बिहार सरकार ने जिन आई.पी.एस अधिकारियों के नाम भेजे हैं, उनमें 1984 बैच के ही राजेश रंजन, 1985 बैच के राजेश चंद्रा, 1986 बैच के आर.के.मिश्रा, 1987 बैच के सुनील कुमार और 1987 बैच के ही गुप्तेश्वर पांडेय के नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि गुप्तेश्वर पांडेय और राजेश चंद्रा दो ऐसे नाम हैं जिनपर अगर मंजूरी मिलती है तो वे साल 2021 तक बिहार के पुलिस महानिदेशक बने रह सकेंगे, खासकर राजेश चंद्रा दिसंबर 2021 को रिटायर होंगे।

इन नामों को बिहार सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद अब ये साफ हो गया है कि अगले डीजीपी को लेकर नामों को फाइनल कर दिया गया है। पिछले कुछ महीनों में मुख्यमंत्री के नशामुक्ति अभियान को लेकर गुप्तेश्वर पांडेय ने बड़ी मेहनत की है। वर्तमान में कई विभागों के अतिरिक्त दायित्वों को संभाल रहे गुप्तेश्वर पांडेय बेगूसराय के एसपी के रूप में भी काफी चर्चित रहे हैं और पुलिस मुख्यालय में भी नंबर दो की कुर्सी संभाल चुके हैं।
यूपीएससी जिन नामों पर अपनी सहमति दे लेकिन इतना तय है कि बिहार में कानून-व्यवस्था के साथ ही सरकार के सामाजिक अभियानों के प्रति उनकी जवाबदेही भी अहम होगी, साथ ही शराबबंदी अभियान की राह में रोड़ा बने रैकेट और पुलिस-पब्लिक सिंडिकेट पर भी फ्रांटल अटैक की बड़ी जवाबदेही होगी क्योंकि राज्य के मुखिया की जीरो टालरेंस की नीति और शराबबंदी पर उनके रूख से सभी आलाधिकारी वाकिफ हैं।
बिहार ब्रेकिंग की ख़बर के मुताबिक इन नामों को फाइनल करने में भी काफी माथापच्ची की गयी है और इस बार आसन्न लोकसभा एवं आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र इन नामों को अंतिम रूप दिया गया है।