
नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के वक्त से ही विपक्ष की मांग पर लोकसभा में आज चर्चा की गई। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और अंत में प्रधानमंत्री ने भी सदन को जानकारी दी। संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी देश ने भारत को ऑपरेशन रोकने को नहीं कहा। उन्होंने कहा कि 9 मई की रात अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझसे फोन पर बात करने के लिए 3-4 बार कोशिश की, मैं बिजी था। फिर जब बात हुई तो उन्होंने बताया पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है। मोदी ने ये भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। ये पाकिस्तान के लिए भी नोटिस है कि जब तक वो भारत के खिलाफ आंतक का रास्ता रोकेगा नहीं तब तक भारत एक्शन लेता रहेगा।

पीएम ने कहा कि 9 मई की रात मैंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से कहा कि अगर पाकिस्तान का ये इरादा है तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा। अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो हम बड़ा हमला करके जवाब देंगे। साथ ही कहा कि हम गोली का जवाब गोले सें देंगे। मोदी ने कहा कि 9 मई की रात और 10 मई की सुबह हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस नहस कर दिया था। साथ ही कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। पाकिस्तान ने दुस्साहस की अगर कल्पना की तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं। यूएन के 193 देशों में सिर्फ 3 देशों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। क्वॉड, ब्रिक्स, फ्रांस, रूस, जर्मनी सबने भारत को समर्थन दिया। दुनिया का समर्थन मिला लेकिन ये दुर्भाग्य है कि मेरे देश के वीरों के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला। मोदी ने कांग्रेस सरकार के दौरान की डिप्लोमेसी पर अटैक करते हुए कहा कि मुंबई हमले के बाद भी कांग्रेस का पाकिस्तानी प्रेम नहीं रूका।
मोदी ने कहा कि ये सवाल मुझसे ही पूछ सकते हैं और किससे पूछ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहले पूछने वालों को जवाब देना होगा। किसकी सरकार ने पीओके पर पाकिस्तान को कब्जा करने का अवसर दिया था। जवाब साफ है। मोदी ने एक शेर पड़ा और कहा कि-लम्हों ने खता की और सदियों ने सजा पाई। साथ ही कहा कि आजादी के बाद से ही जो फैसले लिए गए उनकी सजा आज तक देश भुगत रहा है। उन्होंने अक्साई चिन से लेकर रण ऑफ कच्छ तक का जिक्र किया। साथ ही हाजीपीर वापस करने की भी याद दिलाई।
मोदी ने कहा कि 1971 में पीओके वापस लेने का मौका था जिसे छोड़ा गया। कम से कम करतापुर साहब को तो ले सकते थे। साथ ही कहा कि कांग्रेस को मौका नहीं मिला नहीं तो कांग्रेस सियाचिन से सेना हटा रही थी और आज सियाचिन हमारे पास नहीं होता। जवाहर लाल नेहरू के वक्त में हुए सिंधु जल समझौते को लेकर भी पीएम ने कांग्रेस को खूब घेरा। साथ ही कहा कि ये समझौता देश के खिलाफ था। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ लड़ाई तो कई बार हुई है लेकिन यह पहली बार ऐसी भारत की रणनीति बनी, जिसमें पहले जहां कभी नहीं गए थे वहां हम पहुंचे, पाकिस्तान के कोने कोने में आतंकी अड्डों को धुंआ धुंआ कर दिया गया।
बहावलपुर, मुरीदके उसको भी जमींदोज कर दिया। भारत ने सिद्ध कर दिया कि न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगी। न ही इसके सामने भारत झुकेगा। मोदी ने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में अपनी तकनीकी क्षमता भी दिखाई। इस दौरान पहली बार आत्मनिर्भर भारत की ताकत को दुनिया ने पहचाना। मेड इन इंडिया ड्रोन, मिसाइल ने पाकिस्तान के हथियारों की पोल खोलकर रख दी।
पीएम ने कहा कि दुनिया ने देख लिया कि हमारी कार्रवाई का दायरा कितना बड़ा है। सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान पर कार्रवाई की है। पीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से साफ होता है कि भारत ने तीन सूत्र तय किए हैं। अगर भारत में आतंकी हमला हुआ तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर, अपने समय पर जवाब देकर रहेंगे। कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब नहीं चलेगा। हम आतंकी सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग अलग नहीं देखेंगे।
मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारा लक्ष्य था कि आतंक के एपिसेंटर, पहलगाम के आतंकियों को जहां से ट्रेनिंग मिली वहां हमला करेंगे। हमने उनकी नाभी पर हमला कर दिया। जहां पहलगाम के आतंकियों का रिक्रूटमेंट हुआ, ट्रेनिंग मिलती थी उसे आइडेंटिफाई किया और सटीक तरीके से अटैक किया। सेना ने 100 फीसदी लक्ष्य हासिल किए। इसलिए 6-7 मई को ऑपरेशन संतोषजनक होने के तुरंत बाद भारत की सेना ने पाकिस्तान की सेना चंद मिनटों में बता दिया कि हमारा ये लक्ष्य था, हमने पूरा कर लिया है ताकि उनको पता चले और हमें भी पता चले कि उनके दिल दिमाग में क्या चलता है। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान में समझदारी होती तो आतंकियों के साथ खुलेआम खड़े होने की गलती ना करता।
हम पूरी तरह तैयार थे, हम भी मौके की तलाश में थे लेकिन हमने दुनिया को बताया था कि हमारा लक्ष्य आतंकवाद, आतंकी आका और ठिकानें हैं। जब पाकिस्तान ने आतंकियों की मदद करने का फैसला किया तो भारत की सेना ने सालों तक याद रह जाए ऐसा करारा जवाब देकर ..9 मई की रात और 10 मई की सुबह हमारी मिसाइलें उन्होंने पाकिस्तान के हर कोने में प्रचंड प्रहार किया और पाकिस्तान को घुटनों पर आने के लिए मजबूर कर दिया। पीएम ने कहा कि हमारे एयर डिफेंस सिस्टम की दुनिया में चर्चा है। हमारे एडी सिस्टम ने पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन को तिनके की तरह बिखेर दिया था। 9 मई को पाकिस्तान ने करीब एक हजार मिसाइल और आर्म्ड ड्रोन से भारत पर हमला करने की कोशिश की।
ये मिसाइलें भारत के किसी भी हिस्से पर गिरती तो भयंकर तबाही मचती। लेकिन एक हजार मिसाइल और ड्रोन को भारत ने आसमान में ही चूर चूर कर दिया। मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर बीते दशक में भारत की सेना का सशक्तिकरण का प्रमाण है। उन्होंने मेक इन इंडिया का जिक्र किया और कहा मेक इन इंडिया हथियारों ने ऑपरेशन में निर्णायक भूमिका निभाई। पीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने डिफेंस मार्केट में भारत का झंडा गाड़ दिया है।
भारत के हथियारों की मांग बढ़ती जा रही है। पीएम ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि वे वही प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं जो सीमापार से फैलाया गया है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस राज में इनकी तुष्टिकरण की नीति की वजह से आतंकवाद फला फूला। सेना के प्रति नेगेटिविटी कांग्रेस का पुराना रवैया रहा है। पाकिस्तान के सारे बयान और यहां हमारा विरोध करने वाले लोगों के बयान बिल्कुल एक जैसे हैं। देश हैरान है कि कांग्रेस ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है। कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्होंने भारत का पक्ष रखा, शायद उन नेताओं के सदन में बोलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।