
मनरेगा की 2007 करोड़ की राशि बकाया, 94 लाख बेघर परिवारों के लिए केंद्र से मदद की मांग। पटना में हुई अहम बैठक में उठे बिहार के ज्वलंत मुद्दे, 6,800 खेल मैदानों के निर्माण को लेकर भी हुई चर्चा। मजदूरी और सामग्री मद में भारी राशि लंबित, मंत्री श्रवण कुमार ने कहा- जल्द समाधान जरूरी। मनरेगा से बनेंगे 6800 खेल मैदान! बिहार ने मांगी केंद्र से आर्थिक सहायता। श्रवण कुमार का दावा- गांवों में युवाओं के लिए तैयार होगा नया स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर। बेघरों की पहचान पूरी! अब घर का इंतजार है! केंद्र से मंजूरी की आस लगाए बैठा बिहार
बिहार ब्रेकिंग डेस्क

पटना: बिहार में ग्रामीण विकास को लेकर केंद्र और राज्य के बीच सहयोग को मजबूती देने के उद्देश्य से आज पटना में एक अहम बैठक हुई। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के राज्य मंत्री कमलेश पासवान की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में बिहार सरकार की तरफ से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव केंद्र सरकार के समक्ष रखे।
केंद्र पर बकाया इतनी राशि
बैठक में मंत्री श्रवण कुमार ने मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) की लंबित मजदूरी और सामग्री मद में बकाए की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि इस मद में 200 करोड़ रुपये मजदूरी के रूप में बकाया हैं। वहीं, 2007 करोड़ रुपये की देनदारी सामग्री मद में केंद्र के पास लंबित है।
लाखों परिवार आवास योजना से वंचित
इसके अलावा मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में अनुसूचित जनजाति, दलित और अति पिछड़े वर्गों के लाखों परिवारों को अब तक आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। उन्होंने विशेष तौर पर बताया कि अनुसूचित जनजाति समुदाय के 24 लाख परिवार अब भी बेघर हैं। वहीं, राज्य सरकार के सर्वेक्षण में सामने आया है कि बिहार में कुल 94 लाख परिवार बेघर हैं, जिनके आवास की व्यवस्था करना आवश्यक है। मंत्री ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार की ओर से तय किए गए नए मानकों को कम किया गया है। इसके तहत बेघर परिवारों की संख्या में और वृद्धि होगी। श्रवण कुमार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत सभी बकाया आवासों के शीघ्र आवंटित करने की मांग की है।
ग्राफिक के लिए
मनरेगा से संबंधित बकाया
- मजदूरी मद में बकाया राशि: 200 करोड़ रुपए
- सामग्री मद में बकाया राशि: 2,007 करोड़ रुपए
आवास योजना से संबंधित डाटा*
- अनुसूचित जनजाति समुदाय के बेघर परिवार: 24 लाख
- बिहार में कुल बेघर परिवार (सर्वे अनुसार): 94 लाख
- नए मानकों के बाद संख्या बढ़ने की संभावना
इसके लिए भी मांगा गया सहयोग
- मनरेगा के तहत निर्माणाधीन खेल मैदानों की संख्या: 6,800
खेलों को ग्रामीण विकास से जोड़ने की पहल
बैठक के दौरान ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार में एक अनूठी पहल की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार मनरेगा के माध्यम से 6,800 खेल मैदानों का निर्माण करवा रही है। इसके लिए भी केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की गई है, ताकि ग्रामीण युवाओं को खेल के लिए बेहतर अवसर दिए जा सकें। बैठक में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह और केंद्र और राज्य के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
जमीनी योजनाओं से गुजरेगा भारत विकास का रथ : श्रवण कुमार
आज पटना के पुराना सचिवालय में हुई बैठक के दौरान बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने स्पष्ट किया कि ग्रामीण भारत के विकास का रास्ता जमीनी योजनाओं से ही होकर गुजरेगा। जो केंद्र सरकार के सहयोग और मजबूती के बिना संभव नहीं है। राज्य के करोड़ों ग्रामीण परिवारों की उम्मीदें भी केंद्र से जुड़ी हैं।