
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दिए गए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान से बिहार की राजनीति में भूचाल। बैकफुट पर आई कांग्रेस ने बताया ‘स्लिप ऑफ टंग‘
बिहार ब्रेकिंग डेस्क

पटना: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे के द्वारा बिहार को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद से बिहार के राजनीति तेज हो गई है। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी सहित एनडीए मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस की नियत को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस टंग ऑफ स्लीप बता रही है। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कसली है। लगातार राजनीतिक दल एक दूसरे को छोटा दिखाने के लिए तरह-तरह के हत्थकंडे अपना रहे हैं, और एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
इन सब के बीच इंडिया गठबंधन की प्रमुख सहयोगी पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद बिहार की राजनीति में जमकर भूचाल मचा हुआ है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इमरजेंसी के 50 साल पूरा होने पर पत्रकारों से बात करते हुए बिहार के लिए छोटा-मोटा राज्य बता दिया जिसके बाद से बिहार की राजनीति गर्म है। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस ने विशेष सत्र की मांग की थी मगर मोदी सरकार ने चुनाव को प्राथमिकता देते हुए बिहार जैसे छोटे-मोटे राज्य में जाकर प्रचार करना ज्यादा जरूरी समझा।
चाणक्य, कर्पूरी की धरती का अपमान
मल्लिकार्जुन खड़गे की इस बयान के बाद से बिहार की सियासत तेज है। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोशल नेटवर्किंग X पर पोस्ट करते हुए जोरदार पलटवार किया। सम्राट चौधरी ने पोस्ट करते हुए लिखा कि कांग्रेस और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का अहंकार है कि वह बिहार को छोटा-मोटा राज्य बता रहे हैं। सम्राट चौधरी यही नहीं रुके, उन्होंने साफ तौर पर कहा कि खड़गे का यह बयान चाणक्य, कर्पूरी ठाकुर, और जेपी की धरती का अपमान है। बिहार छोटा नहीं बल्कि आपकी सोच छोटी है।
मल्लिकार्जुन खड़गे के बिहार को लेकर दिए गए बयान के बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब आप तैयार रहिए आपके द्वारा बिहार को लेकर किए गए अपमान का बदला बिहार की जनता विधानसभा चुनाव में आपसे लेगी। वैसे भी आपकी पार्टी का बिहार में कोई नाम लेने वाला नहीं है। बिहार को अपमानित करने वाले बयान पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की चुप्पी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का मौन स्पष्ट रूप से बताता है कि इन लोगों का मौखिक समर्थन कांग्रेस के साथ है। देखते जाइए जनता तैयार बैठी है और आगे आगे क्या होता है ।
सम्राट चौधरी के बाद एनडीए के घटक दल में से एक लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी मल्लिकार्जुन खड़गे पर जमकर हमला बोला। चिराग पासवान ने भी सोशल नेटवर्किंग साइट X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा बिहार को छोटा-मोटा राज्य कह कर संबोधित करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अशोभनीय है। बिहार ही नहीं बल्कि इसकी गौरवशाली परंपरा, संस्कृति का अपमान है। बिहार को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है और यही वह वह राज्य है जहां सबसे अधिक संख्या में आएस और आईपीएस अफसर देश की सेवा के लिए निकलते हैं। आगे चिराग पासवान ने लिखा कि बिहार में चाणक्य, कर्पूरी ठाकुर और जयप्रकाश नारायण जैसे महान लोग इस धरती पर पैदा हुए या बिहार का अपमान है।
वहीं NDA दूसरी सहयोगी पार्टी जेडीयू हाथ आए इस मौके को जाने नहीं दे रहा है चाहती। सम्राट चौधरी और चिराग पासवान के साथ-साथ जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। अभिषेक झा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने बिहार को छोटा-मोटा राज्य कहकर संबोधित किया। जनता दल यूनाइटेड मल्लिकार्जुन खड़गे के इस शब्द की कड़ी निंदा करता है यह बिहार वासियों का अपमान है, बिहार की अस्मिता पर चोट है। उन्हें अब विलंब माफी मांगनी चाहिए। बिहार को लेकर कांग्रेस की सोच अब पूरी तरह से उजागर हो चुकी है। बिहार लोकतंत्र की जननी है और ऐसे में बिहार के लिए ऐसी अपमानजनक शब्दों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
कांग्रेस पर हो रहे चौतरफा हमले से कांग्रेस सकते में आ चुकी है। कांग्रेस पार्टी की बिहार इकाई अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के बचाव में सामने आकर खड़ी हो गई है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने साफ तौर पर कहां की टंग का स्लिप है, सभी लोग जानते हैं कि साउथ इंडियन लोगों की हिंदी बहुत कमजोर होती है ऐसे में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष साउथ इंडियन है और उनकी हिंदी उतनी अच्छी नहीं है। जिसकी वजह से यह बातें सामने आ रहे हैं। हमें तो उनका सम्मान और समर्थन करना चाहिए कि वह हिंदी बोलने की कोशिश कर रहे हैं ।
जहां बिहार कांग्रेस इकाई इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी एलाइंस पार्टनर से लगातार सीट शेयरिंग को लेकर संघर्ष कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा दिए गए इस तरह के बयान ने बिहार की राजनीति को गर्म कर दिया है। एनडीए जहां लगातार कांग्रेस की मानसिकता पर सवाल उठा रही है तो वहीं दूसरी तरफ राजद की खामोशी को इंडिया एयलाइंस और कांग्रेस की छिपी हुई मानसिकता बता रही है जो चुनाव से ठीक पहले सबों के सामने धीरे-धीरे करके बाहर आ रही है।
पटना से महीप राज की रिपोर्ट