
बिहार ब्रेकिंगः डिजिटल युग में राजनीति का प्रवेश भी इस डिजिटल दुनिया में हुआ है। इस डिजिटल दुनिया में नेताओं की अभिव्यक्ति खबरें बनती हैं। वक्त बदला है तो नेताओं ने भी अपनी राजनीतिक लड़ाई के लिए खूब इस्तेमाल किया है इस डिजिटल हथियार का। डिजीटल दुनिया में माईक्रो ब्लागिंग बेवसाइट ‘टिवटर’ नेताओं का सबसे पंसदीदा मंच है जहां ये अपने विरोधियों पर हमले बोलते हैं। अक्सर नेता अपने राजनीतिक विरोधियों पर अपने ट्वीट्स के जरिए भी हमला बोलते हैं। लेकिन अगर हमला बोलने की जल्दबाजी में गलती से मिस्टेक हो गयी तो अंजाम बुरा हो सकता है। ऐसी हीं गलती बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी कर चुके हैं। दरअसल उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें शब्दों में थोड़ी गड़बड़ी रह गयी इसके बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें अपने निशाने पर ले लिया। बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया कि ‘जम्मू-काश्मीर में सीमा के पार सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों के शिविर नष्ट करने की दूसरी वर्षगांठ पर सेना परक्रम पर्व मना रही है, लेकिन कांग्रेस-राजद जैसे दल सेना का मनोबल बढ़ाने वाले आयोजन पर भी राजनीति करते हैं। अपने इसी ट्वीट ने डिप्टी सीएम गलती कर गये।
दरअसल उन्होंने पराक्रम की जगह परक्रम लिख दिया। बस यही छोटी गलती डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी पर भारी पड़ गयी और वे तेजस्वी यादव के निशाने पर आ गये। तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया-‘‘पराक्रम’’ लिखने वाले झूठ के निर्माता व अफवाह के थोक विक्रेता ये फरेबी पराक्रमी महोदय 4 दिन पहले अपने हीं पाले हुए एके-47 वाले अपराधियों से हाथ जोड़ अनुनय विनय कर अपनी भीरूता से परिपूर्ण संघी पृष्ठभूमि का सार्वजनिक परिचय दे रहे थे। झूठ बोलते समय भगवान से डर नहीं लगता?
