मुंबई। आज भारत रत्न से विभूषित ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर का 89वां जन्मदिन है, उम्र के आंकड़े भले ही कुछ कहे लेकिन इसमें किसी की शक नहीं कि आज भी लता की आवाज किसी नवयुवती से कम नहीं हैं। सुरों की देवी और मां सरस्वती की उपासक लता मंगेशकर के जन्मदिन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा है कि मैं लता दीदी के जन्मदिन पर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और उनकी लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं। वर्ष 1949 में गीत ‘आएगा आने वाला’, 1960 में ‘ओ सजना बरखा बहार आई’, 1958 में ‘आजा रे परदेसी’, 1961 में ‘इतना न तू मुझसे प्यार बढ़ा’, ‘अल्लाह तेरो नाम’, ‘एहसान तेरा होगा मुझ पर’ और 1965 में ‘ये समां, समां है ये प्यार का’ जैसे गीतों के साथ उनके प्रशंसकों और उनकी आवाज के चाहने वालों की संख्या लगातार बढ़ती गई और लता संगीत की दुनिया का बहुत बड़ा नाम बन गईं। यह कहना गलत नहीं होगा कि हिंदी सिनेमा में गायकी का दूसरा नाम लता मंगेशकर है। वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद जब एक कार्यक्रम में लता ने पंडित प्रदीप का लिखा गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाया था तो तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आंखों में आंसू आ गए थे।
