
बिहार ब्रेकिंग

बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म होने को है। नियमतः बिहार में पंचायत चुनाव की तैयारी जोरों पर होनी चाहिए थी लेकिन कोरोना की वजह से पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग अभी तक विचार कर रही है। इस बीच पंचायत चुनाव को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। कोई पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म होने पर अधिकारियों के हाथ मे पावर देने की बात कर रहा तो कोई वर्त्तमान प्रतिनिधियों के कार्यकाल को बढ़ाने की। इस कड़ी में जुड़ गए हैं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘हम’ के प्रमुख जीतनराम मांझी। मांझी ने सरकार से मांग की है कि कोरोना के इस दौर में चुनाव करवाना उचित नहीं होगा अतः वर्त्तमान प्रतिनिधियों का कार्यकाल कम से कम छः महीने के लिए बढा दिया जाए। उन्होंने लोकसभा का उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार आपातकाल के दौरान लोकसभा के कार्यकाल को संविधान के आर्टिकल 352 के तहत बढ़ा दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर सरकार एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाने की मांग की है।
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आपको बता दें कि बिहार में पंचायती राज संस्थाओं का कार्यकाल 15 जून को समाप्त हो रहा है। लेकिन कोरोना की स्थिति को देखते हुए समय पर चुनाव करा पाना संभव नहीं दिख रहा है। विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पर जिस तरीके से सवाल खड़े हुए हैं, वैसे में बिहार में पंचायत चुनाव कराने का जोखिम शायद चुनाव आयोग न ले। उत्तर प्रदेश में हाल में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में जिस तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता दिखा है, वही आशंका बिहार को भी लेकर हो सकती है। इन स्थितियों को देखते हुए नहीं लगता है कि बिहार में वक्त पर चुनाव आयोग पंचायत चुनाव करवाने का जोखिम लेना चाहेगा।