
उत्तराखंड में एक बार फिर से प्रकृतिक ने अपना विनाशकारी रूप दिखाया है। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से भीषण तबाही मची है। ग्लेशियर टूटने के बाद से जल के तेज बहाव के सामने जो भी आया वो उसमें समाता चला गया। वहीं उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से तपोवन में स्थित एनटीपीसी प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है। वहां काम कर रहे मजदूर इस तबाही की चपेट में आकर टनल में फंस गए हैं।ग्लेशियर टूटने क बाद मलबा इस प्रोजेक्ट के टनल में भर गया और मजदूर वहां फंस गए हैं।

NDRF, ITBP की रेस्क्यू टीम ने पहले टनल से सभी 16 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। वहीं अब दूसरे टनल के लिए राहत-बचाव का काम शुरू कर दिया गया है। ITBP के जवान दूसरे टनल से लोगों को सुरक्षित निकालने में जुट गए हैं। रात में विजिबिलिटी कम होने के कारण और खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन मं दिक्कत आ रही है, लेकिन राहत-बचाव टीम जी-जान से जुटी है। आईटीबीपी और एनडीआरएफ के जवान लोगों को सुरक्षित टनल से निकालने की कोशिश में जुटे हैं। आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तराखण्ड आपदा के संदर्भ में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से दूरभाष पर वार्ता की और वस्तुस्थिति की जानकारी ली। वार्ता के समय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री घटनास्थल पर ही मौजूद थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बातचीत के क्रम में कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि आप जल्द ही स्थिति पर नियंत्रण पाने में सफल होंगे और उत्तराखण्ड इस त्रासदी से शीघ्र उबर जायेगा। आपदा की इस घड़ी मंें हमलोग आपके साथ हैं।’