
कोरोना काल में जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरे नीतीश कुमार – अशोक चौधरी

कोरोना महामारी के दौरान बिहार की जनता का विश्वास नीतीश कुमार के प्रति और अधिक मजबूत हुआ है। ये बातें वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने कही। अशोक चौधरी आज वर्चुअल सम्मेलन के छठे दिन बख्तियारपुर, बाँकीपुर, कुम्हरार एवं पटना साहिब विधानसभा के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
अशोक चौधरी ने कहा कि कोरोना जैसे महामारी में जब पुरी दुनिया इसकी मार को झेल रहा है वैसे समय में नीतीश कुमार की सूझ-बूझ एवं सजग कार्यकुशलता के दम पर सबसे ज्यादा घनत्व वाला प्रदेश होने के बावजूद भी बिहार के आँकड़े बाकी विकसित प्रदेशों से कम है। अगर हम दिनांक 22 जुलाई के आँकड़ों पर ही बात करें तो महाराष्ट्र में संक्रमित मरीजों की संख्या 8000, उत्तर प्रदेश में 2000, दिल्ली में 1500, पश्चिम बंगाल में 2200, तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश में 5000-5000 था जबकि बिहार में 1000 था। नीतीश कुमार शुरुआती दौर से ही अपने प्रशासनिक सहयोगियों के साथ पूरे प्रदेश के हर जिलों में नजर बनाये हुए हैं। हर जिलों के अनुमंडलों में जाँच की व्यवस्था की गई है और रैपिड टेस्ट के माध्यम से जाँच की व्यवस्था की गयी है। जिले के स्तर तक की अस्पतालों में व्यवस्था को और ज्यादा सुदृढ़ बनाया गया है।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ने की जवाबदेही सरकार के साथ-साथ आम जनमानस की भी है। सभी लोगों को WHO एवं ICMR के गाईडलाईन के अनूरुप मास्क का प्रयोग करना चाहिए। घर से बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिग का पालन करना चाहिए तभी जाकर हम इस लड़ाई को जीत पायेंगे। अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने इस आपदा के समय बिहार में रह रहे लोगों तथा बिहार से बाहर रह रहे बिहार के लोगों को किसी तरह की कठिनाई ना हो इसके लिए 1000 रुपये की आर्थिक मदद एवं मुफ्त राशन की व्यवस्था मुहैया कराई। इसके साथ ही जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं था वैसे 23 लाख परिवारों का अल्प समय में राशन कार्ड तैयार करवाया ताकि सरकार द्वारा दिये जा रहे योजनाओं का लाभ उन परिवारों को भी मिले।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
उन्होंने कार्यकर्ताओं को आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हर पार्टी को सत्ता में आने के बाद अपने पाँच साल के काम काज का लेखा-जोखा जनता को देना होता है और हमलोगों की भी ये जवाबदेही है कि अपने काम काज का लेखा-जोखा जनता को दें। अगर समय अनूकूल होता तो हम आपके बीच आते और परंपरागत तरीके से अपनी बात को आपके साथ जनता के बीच रखते लेकिन लाकडाउन एवं कोरोना के कारण हम लोगों को इस वर्चुअल सम्मेलन के माध्यम से आपके बीच आना पड़ रहा है और आपकी जवाबदेही इस दौर में अधिक हो गयी है। उन्होंने कहा कि चुनाव कराना और कब कराना है ये तय करने की जवाबदेही चुनाव आयोग की है लेकिन हमारी जवाबदेही है अपने आप को तैयार रख कर जनता के बीच जाकर नीतीश कुमार द्वारा किये गये कार्यों से जनता को अवगत कराना। इसलिए आप सभी साथी अपने-अपने बूथों पर इस कार्य में लग जायें।