
पीड़ित पत्रकार

बिहार में अपराधियों का लगातार मनोबल बढ़ता जा रहा है और पुलिस चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रही हैं। लेकिन कोरोना काल में पुलिस भी ज्यादती करने से पीछे नहीं हट रही है। मामला बेगूसराय के बखरी का है जहां थानाध्यक्ष ने पत्रकार को मुकदमे में फंसाने और जेल भेजने की धमकी दी। मामले में पीड़ित पत्रकार अमित कुमार पोद्दार ने बेगूसराय डीआईजी को आवेदन देकर थानाध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि खबर मिली थी कि सड़क दुर्घटना में होमगार्ड का एक जवान घायल हो गया था। जिसके बाद उस घटना का खबर कवरेज करने मैं पीएचसी पहुंचा जहां बखरी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार पासवान पहले से मौजूद थे। मेरे वहां पहुंचते ही थानाध्यक्ष ने मुझसे पूछा कि कहाँ आये हैं जिसके बाद मैंने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि इस खबर का कवरेज करने आये हैं।
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पीड़ित पत्रकार ने बताया कि मेरे इतना बोलते ही थानाध्यक्ष मेरे साथ अभद्र व्यवहार करते हुए वहां से जाने के लिए कहने लगे एवं लाठी दिखाते हुए कहा कि तुझे दुनिया से गायब करवा दूंगा। साथ ही किसी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देने लगे। पीड़ित पत्रकार अमित कुमार पोद्दार ने बताया कि थानाध्यक्ष ने पूर्व में दुराग्रहवश मेरे ऊपर मुकदमा भी दर्ज कर चुके हैं एवं आये दिन मेरे घर पर आकर सिर्फ पुलिस के सपोर्ट में खबर चलाने की बात कहते हैं। पुलिस के विरोध में खबर चलाने पर थानाध्यक्ष विभिन्न तरह की धमकियां देते रहते हैं।