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कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉक डाउन है। लॉक डाउन की वजह से बहुत जगहों पर लोगों को खाने पीने की कमी हो रही है जिसके लिए राज्य सरकार ने जगह जगह पर सामुदायिक किचन का व्यवस्था किया है। इन सामुदायिक किचन में प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाया जा रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर अचानक एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक महिला कह रही थी कि लॉक डाउन की वजह से खाने पीने की चीजों की कमी हो गई है जिसकी वजह से बच्चे भूख मिटाने के लिए चूहे और मेंढक खाने को बाध्य हैं। वायरल वीडियो का संज्ञान जहानाबाद जिला प्रशासन ने तत्परता से लेते हुए जब जांच की तो पता चला कि वीडियो महज अफवाह फैलाने के लिए वायरल की गई है। वायरल वीडियो में दिखाये जा रहे खबर का खंडन करते हुए जहानाबाद जिला प्रशासन ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति से लड़ने हेतु जहानाबाद जिला प्रशासन द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन कराया जा रहा है साथ ही जिला प्रशासन द्वारा कई स्थानों पर सुखा राशन का वितरण किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर खबर आ रही थी कि जहानाबाद नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 09 रामगढ़ मोहल्ले में बच्चों द्वारा पानी में जाकर मेंढक पकड़ कर खाया जा रहा था। वीडियो में देखकर पता चल रहा है कि कुछ गैर जिम्मेदार व्यक्तियों द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग कर सोशल मीडिया पर वीडियो को चलाकर जिला प्रशासन की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। जिला प्रशासन जहानाबाद के टीम द्वारा उक्त घटना को संज्ञान में लेते हुए उस स्थान पर जाकर निरीक्षण किया गया। वीडियो में जिस महिला ने यह बयान दी थी कि बच्चे भोजन की कमी के कारण मेंढक पकड़ कर खा रहे हैं, उनके घर की छापेमारी में पता चला कि उनके घर में पर्याप्त मात्रा में चावल, आटा, दाल इत्यादि खाद्यान्न सामग्री पहले से ही उपलब्ध है। बच्चों ने कहा कि हम लोग प्रतिदिन कम्युनिटी किचन में सुबह-शाम जाकर खाना खा रहे हैं। सभी बच्चों तथा महिलाएं द्वारा बताया गया कि जिला प्रशासन द्वारा चलाई जा रही कम्युनिटी किचन में हम लोगों को प्रतिदिन भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। अतः सोशल मीडिया पर प्रचारित यह सूचना निराधार एवं तथ्य से परे है।