बिहार ब्रेकिंग

महाराष्ट्र में सरकार गठन और सियासी गहमा गहमी के बीच इधर बिहार में राजद नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान देकर बिहार में भी सियासी हलचल तेज कर दी है। तेजस्वी ने कहा कि ‘अगर नीति और सिद्धांत से समझौता करते तो आज सुशील मोदी जहां हैं वहीं रहते और मैं मुख्यमंत्री।’ हालांकि तेजस्वी ने यह नहीं बताया कि उन्हें भाजपा के तरफ से मुख्यमंत्री पद की कोई ऑफर मिला था या नहीं। वहीं तेजस्वी ने बिहार विधानसभा सत्र पर भी सवाल उठाया और कहा कि सवाल बहुत सारे हैं और सत्र बहुत छोटा। साथ ही उन्होंने धमकी, क्राइम, महंगाई, ब्लात्कार शिक्षा जैसे गंभीर मामले में सरकार को फैल बताया।
तेजस्वी ने कहा, “अभी सरकार तानाशाही कर रही है और लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है। कल कांग्रेस के मार्च पर जिस प्रकार लाठीचार्ज किया गया, उसकी हम घोर निंदा करते हैं।” उनका कहना है कि सरकार जिस प्रकार लाठीचार्ज पर ध्यान दे रही है उसी तरह इन्हें अपनी कमी देखने की जरूरत है। बातों-बातों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में एमबीए पास भी चपरासी बन रहे हैं। उन्होंने बेरोजगारी पर चिंता वयक्त करते हुए कहा कि बिहार में बेरोजगारी का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है। यहां एमबीए पास पढ़े-लिखे लोग भी माली और चपरासी के लिए फॉर्म भर रहे हैं। सुशील मोदी पर चुटकी लेते हुए तेजस्वी ने श्री मोदी की बात दोहराई कि सुशील मोदी कहते हैं, “बिहार से कुछ अलग नहीं है, यहां रात के अंधेरे में अच्छे काम होते हैं।” तेजस्वी ने जोर देते हुए कहा कि हमने कभी नीति सिद्धान्त से समझौता नहीं किया, ना करेंगे। राज्य की जनता ने बाई इलेक्शन में सभी पार्टियों को सीख दी है और समय आने पर जनता ही जवाब देगी।
तेजस्वी की मानें तो सदन में विपक्षी दल का माइक बंद कर दिया जाता है जिससे वे सवाल पूछने से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कहा, “सदन में विपक्षी दल का माइक बंद कर दिया जाता है तो विपक्ष सवाल कैसे पूछ सकता है। सवाल पूछना हो तो माइक ऑन करने के लिए निवेदन करना पड़ता है पर सरकार के लोगों का माइक हमेशा ऑन रहता है।”


