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कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद अब तक कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए उचित उम्मीदवार की तलाश खत्म नहीं हुई है। लगातार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नए नए चेहरे का नाम सामने आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक अब पार्टी में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस महासचिव पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक के नाम पर मंत्रणा की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के ही कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इन दोनों नामों का सुझाव दिया था जिसके बाद से पार्टी में मंत्रणा शुरू हुई है। हालांकि अभी तक इस मामले में कुछ भी साफ नहीं हो सका है कि कांग्रेस का कमान किसे मिलेगा। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम के साथ यह दलील दी जा रही है कि वे एक साफ सुथरे छवि के नेता रहे हैं। उनके साथ काम करने में किसी को भी कोई परेशानी नहीं होगी और गुटबाजी भी बंद होगी। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि मनमोहन सिंह को कांग्रेस अध्यक्ष बना कर उनके नीचे चार अलग अलग जातियों के वर्किंग प्रेसिडेंट बना दिये जाएं जो कि चार अलग अलग रीजन का प्रतिनिधित्व करते हैं। हालांकि मनमोहन सिंह का नाम आगे बढ़ाने में जो चीज फेवर नहीं कर रही है, वह है उनकी उम्र। मनमोहन सिंह की उम्र तकरीबन 86 साल है। कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर उन्हें तमाम राज्यों के दौरे करने पड़ेंगे। पब्लिक मीटिंग्स को एड्रेस करना पड़ेगा। उनकी सेहत को देखते हुए परेशानी हो सकती है। अगर मनमोहन सिंह कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो उन पर रबड़ स्टांप होने का भी आरोप लग सकता है, क्योंकि बीजेपी प्रधानमंत्री रहते उन पर ये आरोप लगा चुकी है।
वहीं मनमोहन सिंह के अलावा कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक के नाम पर भी विचार हो रहा है। उनके बारे में दलील दी जा रही है कि मुकुल वासनिक का संगठन में काम करने का 40 साल का अनुभव है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के तमाम पदों पर सफलतापूर्वक काम किया है। इसके अलावा मुकुल वासनिक साफ-सुथरी छवि के दलित नेता है। उन पर आज तक गुटबाजी या करप्शन का कोई आरोप नहीं लगा है। मुकुल वासनिक लोकसभा के दो बार सांसद सांसद रह चुके हैं। वह मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे थे। उनके पक्ष में यह बात भी है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वह तमिलनाडु पुडुचेरी और केरल जैसे राज्यों में पार्टी के इंचार्ज रहे जहां पार्टी ने लोकसभा में अच्छा परफॉर्मेंस किया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मुकुल वासनिक के अलावा सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत तमाम नामों पर चर्चा हुई थी, लेकिन खड़गे और सुशील कुमार शिंदे के नाम पर फिलहाल सहमति बनती नहीं दिखाई दे रही है।
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसी युवा नेता को अध्यक्ष बनाए जाने का सुझाव पार्टी को दिया थाम ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट मिलिंद देवड़ा के नाम पर भी विचार हुआ था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक गांधी परिवार के करीबी कुछ सीनियर नेता किसी युवा को अध्यक्ष बनाए जाने पर सहमत नहीं है। उनको लगता है कि अगर कोई नौजवान अध्यक्ष बना तो पार्टी में गुटबाजी बढ़ सकती है। पार्टी पर नियंत्रण के लिए सीनियर और जूनियर नेताओं में लड़ाई भी छिड़ सकती है, जिससे कांग्रेस का और ज़्यदा नुकसान हो सकता है।