
बगहा: सीएम नीतीश कुमार रविवार को चुनावी जनसभा में शामिल हुए। जहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए एनडीए उम्मीदवार बैधनाथ महतो के पक्ष में चुनावी प्रचार किया। उन्होंने कहा कि जब एक परिवार का राज था तब क्या स्थिति थी बिहार में, लोग शाम होने के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। हमलोगों ने कानून का राज कायम किया। न्याय के साथ विकास करना ही हमारा लक्ष्य है। कुछ लोगों को काम से मतलब नहीं सत्ता से मतलब है। बापू ने कहा था कि धन कमाना है तो मेहनत से कमाओ, बिना मेहनत के धन कमाना पाप है। हम तो काम करते हैं। हमने किसी की उपेक्षा नहीं की चाहे वो हिन्दू, मुस्लिम, दलित, आदिवासी, स्त्री, पुरूष जो भी हो सब के लिए काम किया है और जो किनारे पर थे उनको मुख्य धारा में हमने लाया।

लड़कियों के लिए साइकिल योजना की शुरूआत
उन्होंने कहा कि पहले लड़कियां स्कूल नहीं जाती थी, इसलिए हमने पोशाक योजना की शुरुआत की फिर 2008 में साइकिल योजना की शुरुआत की जिससे लड़कियां उत्साहित होकर स्कूल जाने लगीं। पहले स्कूलों में 1 लाख 70 हजार से भी कम लड़कियां थी आज 9 लाख हो गई हैं। हमारी सरकार आने से पहले साढ़े 12 फीसदी बच्चे ऐसे थे जो स्कूल से बाहर रहते थे। जब हमने पता किया ये बच्चे कौन हैं तो पता चला कि ये अल्पसंख्यक और महादलितों के बच्चे हैं। अब हमारी सरकार में यह संख्या एक फीसदी रह गई है।
महिलाओं के लिए काम किया
सीएम ने कहा कि 15 साल तक बिहार में पति-पत्नी का राज था तब किसी को आरक्षण नहीं मिला। जब 2005 में हमारी सरकार आई तब हमने तीन महीने में कानून बनाया। जिसके तहत महिलाओं को 50 फीसदी और अनुसूचित जाति को 16 फीसदी आरक्षण दिया गया। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जीविका समूह बनाया जिसमें एक करोड़ महिलाएं जुड़ी, इससे महिलाओं में आत्मविश्वास और चेतना आई है। हमारा लक्ष्य है इस समूह से 10 करोड़ महिलाओं को जोड़ना। अब एक लाख से भी ज्यादा महिलाएं जनप्रतिनिधि के रूप में काम कर रहीं हैं। महिलाओं का मान सम्मान बढ़ा।
बिहार के विकास में केंद्र का सहयोग
उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार ने बड़ा योगदान दिया है। केंद्र ने बिहार में सड़कों और पुल निर्माण के लिए 50 हजार करोड़ की स्वीकृति दी जिसमें बिहार के सड़कों का चौड़ीकरण हुआ और टूटे सड़कों को मरम्मत कर नई सड़कें भी बनाई गई। स्टेट हाइवे को नेशनल में बदला गया। केंद्र की सरकार बिहार के लिए काम कर रही है। बिहार के किसी भी हिस्से से पटना आने के लिए हमने 5 घंटे का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए बिहार में सड़कों के निर्माण के साथ चौड़ीकरण हुआ। गरीब लोग जब बीमार होते थे तब पैसे के अभाव में अपना और अपने परिवार का इलाज नहीं करा पाते थे और कराते भी थे तो उनको कर्ज लेना पड़ता था। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत गरबों को साल में 5 लाख रुपए इलाज के लिए दिए जा रहे है। गरीबों को कर्ज लेने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की जिसमें 6 हजार रुपए सलाना किसानों को मिल रहा है। हम तो चाहते है कि ऐसी ही सरकार इस बार भी बने ताकि देश और बिहार का विकास हो सके। बिहार का पिछड़ापन दूर हो सके।
सिंचाई के लिए अलग से बिजली
सीएम ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए अलग से बिजली की व्यवस्था कराई जाएगी। जिसके लिए अलग से फिडर बनाया जा रहा है। किसानों को अगर डीजल से पटवन करने में 100 रुपए लगते है तो बिजली मिलने के बाद 5 रुपए में पटवन कर सकेंगे और जो पैसा बचेगा उसे खेती को बढ़ाने में लगा सकेंगे। इससे किसानों को राहत मिलेगी।
महिलाओं से अपील
सीएम ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कहा कि 12 मई को मतदान के दिन सबसे पहले तैयार होकर मतदान किजिएगा फिर घर जाकर खाना बनाइएगा और घर के मर्द अगर आपके अनुसार मत नहीं देते हैं तो उन्हें दिन भर उपवास कराइएगा और देते है तो भरपेट खाना खिलाईएगा।