
बिहार ब्रेकिंग-अरुण कुमार-जमुई

भय नहीं मतदान का था उत्साह
संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले खैरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित हरनी पंचायत हरखाड पंचायत के मतदाताओं में गुरुवार को मतदाताओं में अजब का उत्साह देखा गया। इन क्षेत्रों में मतदाताओं की लंबी कतार देख ऐसा लग रहा था कि लोगों के सिर पर चढ़कर बोला लोकतंत्र का जादू। चिलचिलाती हुई धूप और गर्मी की परवाह किए बगैर लोग 5 किलोमीटर तक दूरी तय कर मतदान केंद्रों तक पहुंच कर अपने मत का प्रयोग करते देखे गए।

नक्सली फरमान पर भारी पड़ा मतदाताओं का उत्साह
जमुई संसदीय क्षेत्र के खैरा प्रखंड में नक्सलियों के वोट बहिष्कार के फरमान पर मतदाताओं व सुरक्षा बलों का पहरा अधिक भारी रहा। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मतदान केंद्रों पर शुरुआती 1 घंटे धीमी गति से हो रही मतदान के कारण मतदाताओं में थोड़ी असमंजस की स्थिति थी, लेकिन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था से उनका विश्वास लौटा और वे मतदान केंद्र तक पहुंचे। नक्सलियों के वोट बहिष्कार के कारण ही क्षेत्रों में मतदान कुछ देर विलंब से शुरू हुआ। इसके अलावा नक्सलियों को सुरक्षा के लिहाज से हरखाड पचायत के 3 बूथ को चननवर व मध्य विद्यालय स्थानांतरित किया गया। मतदाताओं के बीच व्यापक भय को समाप्त करने को लेकर सैनिक बलों के जवानों द्वारा फ्लैग मार्च कर मतदाताओं को विश्वास पैदा किया गया।

उम्र पर हावी रहा मतदान का जज्बा
लोकतंत्र के महापर्व में जहां महिला पुरुष व युवा वर्ग ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं बुजुर्ग भी मतदान करने से पीछे नहीं हटे। 80 वर्ष के बुजुर्ग चननवर व गांव निवासी चानोमोदी व रोपावेल गाँव निवासी बस्ती टूडू 1 किलोमीटर चलकर मतदान करने का जुनून उन पर सवार था। परिजन उनके जिद के आगे झुक गए लेकिन मतदान करने समय में काफी उत्साहित दिखे।
महिला मतदाताओं की लंबी कतार
नक्सल प्रभावित खैरा प्रखंड के हर खार पंचायत 281, 282, 283, 284 बूथ उत्क्रमित मध्य विद्यालय चननवर पर महिलाओं की लंबी कतार देखी गई। इन सभी केंद्रों पर महिलाएं धूप और गर्मी की परवाह किए बिना पंक्ति बंद होकर अपने मत का प्रयोग करते देखी गई। महिला रूबी कुमारी, जोगनी देवी, सोनी देवी, सुलेखा पंडित का कहना था कि मतदान हमारा अधिकार है और सभी लोग को अपने मत का प्रयोग करके लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी अवश्य निभानी चाहिए।
सुरक्षा ऐसी थी की परिंदा भी ना मार सके पर
जमुई संसदीय क्षेत्र के खैरा प्रखंड के 22 पंचायत के मतदान केंद्रों पर गुरुवार को प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा ऐसा की परिंदा भी पर ना मार सके। बडीबाग चौक से आगे बढ़ने के बाद शुरू होने वाले गिदेश्वर जंगल में हर 50 गज की दूरी पर सुरक्षा बल के जवान मोर्चा संभाले हुए थे। जंगल के रास्ते से गुजरने वाले सभी दोपहिया वाहन व चार पहिया वाहनों की तलाशी लेने के बाद ही बढ़ने दिया जा रहा था। मीडियाकर्मियों को भी सुरक्षा बल के जवान आई कार्ड देखने के बाद ही बढ़ने दे रहे थे। बूथ से सटे जंगल में भी सुरक्षा बल के जवान हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे, वहीं बिहार झारखंड के सीमाओं को सील कर जवानों के द्वारा वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था।

इवीएम खराब होने के कारण 45 मिनट तक मतदान बाधित रहा
इवी एम मैं खराब होने के कारण 45 मिनट तक मतदान बाधित रहा। प्रखंड क्षेत्र के बूथ नंबर बडीबाग 252 एवं दरिमा बूथ नंबर 285 पर परेशानी का सामना वोटरों को करना पड़ा पदाधिकारी के पहुंचने के बाद ईवीएम मशीन को ठीक करने के बाद मतदान चालू कराया गया।
सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
गुरुवार को प्रखंड क्षेत्र की सड़कों पर भी मतदान का असर रहा। अन्य दिनों की अपेक्षा इक्के-दुक्के वाहन ही सड़कों पर नजर आए। कुछ दुकान को छोड़कर अधिकांश सभी दुकानों पर ताला लटका रहा। अपने गंतव्य तक जाने के लिए ऑटो रिक्शा टम-टम की तलाश थी लेकिन सड़क वीरान दिखाई दे रही थी। कभी-कभी सड़कों पर अगर कोई वाहन दिखाई देता था तो लोग सवार होने के लिए भाग फिरते थे।