
पटना: बिहार में चल रही कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक खत्म हो गई. इसके साथ ही कांग्रेस ने ऐलान कर दिया है कि बिहार में वह 11 सीटों पर ही लड़ेगी. कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक खत्म होने के बाद कहा कि जब सीट 11 है तो ज्यादा उम्मीदवारों का लिस्ट भेजने का मतलब ही नहीं. इसके साथ ही चुनाव समिति ने आम सहमति से राहुल गांधी को उम्मीदवारों के अंतिम चयन के लिए अधिकृत किया है. यानि अब कांग्रेस अध्यक्ष ही उम्मीदवारों के नामों पर आखिरी फैसला लेंगे. हालांकि अंतिम सूची बिहार कांग्रेस ही भेजेगी. बहरहाल बताया जा रहा है कि कांग्रेस के भीतर सब ठीक है. लेकिन चुनाव समिति की बैठक के दौरान जो कुछ हुआ इससे तो पार्टी के भीतर असंतोष जाहिर हो गया.कांग्रेस की बड़ी जीत के दावे के साथ सुपौल से कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने यह दावा भी कर दिया कि उनके पति और मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव को कांग्रेस में शामिल किया जाए. उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में उनका नया जन्म नहीं हुआ है, जहां से भी खड़े होंगे जीतेंगे.

इसी तरह मधुबनी सीट से आरजेडी के अशरफ अली फातमी और अब्दुल बारी सिद्दीकी में से किसी एक की उम्मीदवारी को खारिज करते हुए पार्टी की विधायिक भावना झा ने शकील अहमद की दावेदारी पेश कर दी. उन्होंने कहा कि यहां से शकील अहमत के अलावा कोई नहीं जीत सकता.
वहीं कटिहार से कांग्रेस के तारिक अनवर की दावेदारी को कोढ़ा से कांग्रेस की विधायक पूनम पासवान ने चुनौती दी है. उन्होंने कटिहार लोकसभा सीट के लिए आवेदन कर दिया है और अपना बायोडाटा चुनाव समिति के सामने रख दिया.
जाहिर है कांग्रेस ऊपर से जो कुछ दिखाना चाह रही है, भीतर के हालात उतने ठीक नहीं लग रहे . अपने ही दलों के विधायक और सांसद की चुनौतियों का जवाब कांग्रेस कैसे ढूंढ पाती है यह देखना दिलचस्प होगा.