
पटनासिटीः शहर में सिक्खों के दसवें गुरु गुरुगोविंद सिंह महाराज के 352 वां प्रकाश उत्सव की तैयारी पूरी कर ली गई है। इस अवसर पर बाल लीला गुरु द्वारा, तख्त साहिब गुरुद्वारा, गुरु के बाग, कंगन घाट समेत गुरु से जुड़े कई स्थानें को दुल्हन की तरह सजया गया है। लोग पटना साहिब में आकर अपने आप को धन्य मान रहे हैं और कहते है कि गुरु के घर से बड़ा कोई घर नहीं है। गुरु की कृपा सबों में झलक रही है और आज उनहीं के कृपा से ही इतना बड़ा आयोजन सफल होने जा रहा है। गुरु के जयकारे से पूरा पटना साहिब गूंज उठा है। रंग बिरंगी लाईटों से जगमगाते गुरुघर की शोभा लोगों का अपने ओर आकर्षित कर रही है।

प्रसाद बनाने के लिए की गई है मशीन की व्यवस्था
शहर के तख़्त श्री हरिमंदिर में कड़ाह और पिन्नी प्रसाद का बड़ा महत्व माना जाता है। श्रद्धालु गुरु घर के प्रसाद को चख कर खुद को धन्य मानते हैं। ऐसे में तख़्त श्री हरिमंदिर कमिटी की ओर से प्रसाद घर में दिन -रात प्रसाद बनाने का काम किया जा रहा है। भारी मात्रा में प्रसाद बनाने के लिए मशीन की व्यवस्था की गई है। दूर -दूर से आने वाले श्रद्धालु सूखा प्रसाद के रूप में पन्नी प्रसाद को ग्रहण करते है। यह प्रसाद शुद्ध घी आटा और चीनी से लड्डू के रूप में बनाया जाता है।जिसे पिन्नी प्रसाद भी कहा जाता है। इस बार श्रद्धालूओं की सुविधा के लिए पैक्ड पिन्नी प्रसाद की व्यवस्था की गई है जिसकी कीमत प्रबंधक कमीटी की ओर से 20 रूपये रखे गए है। पन्नी प्रसाद पैकेट में पैक होने के बाद काफी दिनों तक सुरक्षित रहता है। जिससे श्रद्धालु गुरु घर के प्रसाद को अपने परिवार के लिए खरीद कर ले जा सकते हैं।