
बिहार ब्रेकिंगः रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने के बाद एक नयी मुश्किल उनके सामने है। उनकी सियासी खीर कैसे पकेगी यह सवाल उनके लिए और बड़ा हो गया है क्योंकि उन्हीं की पार्टी के नेता उन्हें छोड़ कर जा रहे हैं। कभी उनके सिपाहसलार रहे नेताओं ने एनडीए में रहने का फैसला किया है। आपको बता दें कि शनिवार को उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के दोनों विधायक सुधांशु शेखर और ललन पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वे अब भी एनडीए में हैं. साथ ही पार्टी के एकमात्र विधान परिषद सदस्य संजीव श्याम सिंह ने भी उपेंद्र कुशवाहा से किनारा करते हुए एनडीए में बने रहने की बात कही. रालोसपा के दो विधायक और एक एमएलसी ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी पर भी अपना दावा किया है. एमएलसी संजीव श्याम सिंह ने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा व्यक्तिगत राजनीति में दिलचस्पी रखते हैं. बागी विधायकों ने पार्टी सिंबल के साथ-साथ दफ्तर पर भी दावा ठोका है.

उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी, तो निर्वाचन आयोग का भी दरवाजा खटखटायेंगे. उन्होंने कहा कि असली रालोसपा हमलोग हैं. अपने इन नेताओं को रालोसपा ने नसीहत दी है। आरएलएसपी के आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से एक ट्वीट किया गया है जिसमें लिखा है कि ‘2-3 लोग सत्ता के धन के प्रलोभन में फंसकर रालोसपा के लोकतांत्रिक प्रणाली के खिलाफ जा रहे हैं। उपेन्द्र कुशवाहा सत्ता सुख को त्यागकर जनहितकी आवाज बुलंद करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। समय पर इन्हें अपनी गलतियों का अहसास तब होगा, जब नीतीश कुमार सत्ता विहिन होंगे।’