
बिहार ब्रेकिंगः बिहार क्रिकेट जिस दौर से गुजरा है उसे जाहिर है ठीक नहीं कहेंगे। वह एक बुरा दौर था जहां बिहार के क्रिकेटरों के लिए मुकाम पाना मुश्किल था। रणजी नहीं खेल सकता था बिहार। बीसीसीआई से मान्यता नहीं थी। अब दौर गुजरा है तो इस नये दौर में बिहार क्रिकेट और बिहार के क्रिकेटरों के हालात सुधरते नजर आ रहे हैं। 22 सालों बाद बिहार ने रणजी मैच खेला और वो कमाल कर दिया जो पिछले 42 सालों से बिहार नहीं कर सका था।बिहार ने रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप मैच में सिक्किम को 395 रनों से हरा दिया. पूरे मैच में 10 विकेट लेने वाले अमन ने दूसरी पारी में भी 22 रन देकर 5 विकेट झटके. बिहार रणजी टीम को 42 साल के बाद अपनी धरती पर जीत मिली है.
सिक्किम के खिलाफ खेले जा रहे रणजी मैच तीसरे दिन बिहार की टीम ने दूसरी पारी 296 रन पर घोषणा कर दी थी.

बिहार के शानदार गेंदबाजी से 108 रन पर ही सिक्किम की टीम सिमट गई. दूसरी पारी में बिहार भी आशुतोष का शानदार प्रर्दशन रहा. 13 ओवर में 22 रन देकर पांच विकेट झटके.आशुतोष ने पहली पारी में 12.4 ओवर में 19 रन देकर पांच विकट लिए. वहीं, विवेक कुमार और विशाल दास को दो-दो विकेट मिले. सिक्किम के चार बल्लेबाज खाता तक नहीं खोल सके, और शून्य पर आउट हो गए. जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी बिहार की टीम ने संभलकर खेलते हुए दूसरी पारी में 48 ओवर में चार विकेट पर 150 रन बना लिए थे. बिहार के क्रिकेटरों की उम्मीदों को अब पंख लगे हैं। पिच पर पसीना बहाने वाले क्रिकेटरों के लिए वो रास्ता खुलता नजर आ रहा है जो इंडियन क्रिकेट टीम की ओर जाता है। और 42 सालों के बाद अपनी धरती पर जीत कर बिहार ने यह साबित जरूर कर दिया है कि क्रिकेट के मैदान में अब बिहारी क्रिकेटरों का जलवा होगा।