
बिहार डेस्क-पटना

आज के दौर में अक्सर विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग के तरफ आकर्षित होते हुए देखा जाता है और लाखों की संख्या में विद्यार्थी बीटेक, एमसीए, एमटेक जैसे इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला भी लेते हैं। दाखिला के उपरांत अंग्रेजी में मोटी मोटी किताबें अधिकांश छात्रों के समझ ही नहीं आती और फलस्वरूप या तो वे इंजीनियरिंग छोड़ देते हैं या फेल हो जाते हैं। छात्रों की इन्ही समस्याओं को देखते हुए पटना वोमेन्स कॉलेज के एमसीए डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर अजीत सिंह ने कंप्यूटर की कई किताबें ग्रामीण परिवेश के छात्रों को ध्यान में रखते हुए सरल और स्पष्ट भाषा मे हो साथ ही साथ सस्ता भी जिससे गरीब छात्र भी आसानी से किताबें खरीदकर पढ़ सकें। शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए इस वर्ष शिक्षक दिवस के अवसर पर बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री ने इन्हें सम्मानित भी किया था। अभी श्री सिंह के द्वारा लिखी गई कंप्यूटर की 12 पुस्तकें अमेजन के द्वारा प्रकाशित की गई हैं। साथ ही साथ उनकी4 पुस्तकें गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध है। श्री सिंह बताते हैं कि मैंने अपने करीब बीस वर्षों के कार्यकाल के दौरान कई विद्यार्थियों को विदेशी लेखकों के लिखे किताब को बार बार पढ़ने के बावजूद ढंग से समझने में परेशान होते देखा साथ ही यह भी देखा कि किताबें इतनी महंगी हैं कि गरीब छात्रों के पहुंच से दूर है। छात्रों के इन सारी परेशानियों को देखते हुए मेरा विचार हुआ कि क्यों न ऐसी किताब लिखी जाय जिसकी भाषा भी सरल और स्पष्ट हो और सस्ता भी जिससे हरेक विद्यार्थी को किताब खरीदने, पढ़ने और समझने में आसानी हो