
बिहार ब्रेकिंगः रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा शायद यह तय हीं नहीं कर पा रहे कि उन्हें आखिर किस राजनीतिक खेमे में रहना है। कथित रूप से पार्टी के अंदर भी यह कन्फयूजन है कि एनडीए में बने रहने या अलग होने को लेकर उनका स्टैंड क्या है। उपेन्द्र कुशवाहा का यह कन्फयूजन अब उन्हें नुकसान पहुंचाने लगा है। बार-बार वेलकम आॅफर देने वाली राजद ने अब उपेन्द्र कुशवाहा को साफ कहा है कि आपके लिए हमारे दरवाजे खुले हैं लेकिन हम माला लेकर आपके लिए खड़े नहीं रहेंगे। न्यूज बेवसाइट ‘न्यूज फाॅर नेशन’ से बातचीत करते हुए राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा अपने फायदे की सियासत करते हैं। वे अगर महागठबंधन में आना चाहते हैं तो उनके लिए दरवाजे खुले हैं लेकिन राजद 24 घंटे उनके लिए माला लेकर नहीं खड़ी है।
महागठबंधन में जाने के लगते रहे हैं कयास
गौरतलब है कि जब एनडीए में सीटों को लेकर खींचतान बढ़ी तो उपेन्द्र कुशवाहा के महागठबंधन में जाने के कयास लगते रहे हैं। यह कयास तब और मजबूत हुए जब कुशवाहा उस दिन बिहार के अरवल में तेजस्वी यादव के साथ नजर आए जिद दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बिहार के सीएम सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ यह एलान कर रहे थे कि जदयू बीजेपी बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अब भी यह साफ है कि उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए में रहेंगे या महागठबंधन खेमे का रूख करेंगे हां उन्होंने बीजेपी से यह सवाल जरूर पूछा है कि हमें बिहार की सत्ता में हिस्सेदारी क्यों नहीं मिली?
