
बिहार ब्रेकिंगः मटुकनाथ याद हैं न आपको। वही मटुकनाथ जो अपनी शिष्या जूली के साथ प्रेम प्रसंग की वजह से चर्चा में आए और खूब विवाद भी हुआ। मटुकनाथ अपने प्रेम प्रसंग की वजह से चर्चा में भी रहे हैं और विवादों में भी रहे हैं। उनके प्रेम प्रसंग की वजह से उन्हें ‘लवगुरू’ का एक नया नाम भी मिल गया। इस प्रेम प्रसंग की कीमत भी उन्हें चुकानी पड़ी। प्रोफेसर मटुकनाथ को 2006 में सेवा से निलंबित कर दिया गया। फिर 2009 में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। हांलाकि दो साल बाद उनकी सेवा बहाल कर दी गयी। मटूकनाथ आज रिटायर हो गये। रिटायरमेंट के बाद आज एकबार फिर मटूकनाथ चर्चा में है। चर्चा की वजह है उनका फेसबुक पोस्ट जिसमें उन्होंने लिखा है कि लोग सोंच रहे हैं कि अब मैं क्या करूंगा तो मैं सबसे पहले शादी करूंगा क्योंकि मैं 65 बरिस का लरिका हूं। उन्होंन जो लिखा है हम हूबहू उसे प्रकाशित कर रहे हैं।
‘‘चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी

मैं 65 वर्ष का लरिका हूं. मेरी जवानी ने अभी अंगड़ाई ली है. मेरे अंग-अंग से यौवन की उमंग छलक रही है. जब मैं मस्त होकर तेज चलता हूं तो लोग नजर लगाते हैं. दौड़ता हूं तो दांतों तले उंगली दबाते हैं कृ
अब हम कैसे चलीं डगरिया
लोगवा नजर लगावेला.
मेरी खुशनसीबी कि इस चढ़ती जवानी में रिटायर हो रहा हूं. लोग पूछते हैं कि रिटायरमेंट के बाद क्या कीजिएगा ?
चढ़ती जवानी में जो किया जाता है, वही करूंगा.
मतलब ?
मतलब यह कि मैं ब्याह करूंगा. बरतुहार बहुत तंग कर रहे हैं. उनकी आवाजाही बढ़ गई है. लेकिन मैं एक अनुशासित, शर्मीला और परंपरा प्रेमी लरिका हूं. इसलिए खुद बरतुहार से बात नहीं करता हूं.उन्हें गार्जियन के पास भेज देता हूं. मेरे विद्यार्थी ही मेरे गार्जियन हैं. वे जो तय कर देंगे, आंख मूंदकर मानूँगा. उनसे बड़ा हितैषी मेरा कोई नहीं हो सकता.’’