
बिहार ब्रेकिंगः क्या देश में पहले से लगी आग को सुलगाने की कोशिश हो रही है। क्या हवा दी जा रही है उस आग जिसमें देश पहले से हीं जल रहा है। बेकसूर लोग सकीर्ण मानसिकता वाले चंद लोगों की भीड़ का निशाना बन रहे हैं और जाति धर्म के नाम पर बंटने वाले लोग अब राज्यों और शहरों के नाम पर भी बंटने लगे हैं। बांटने का आरोप अक्सर सियासत और सियासतदानों पर हीं लगता है। गुजरात की घटना से जो आग देश में लगी है उसकी लपटें सियासत के अंदरखानों तक भी पहुंची है या फिर अपनी ठंडी पड़ी सियासत को गर्म करने के लिए लपटों का सहारा लिया जा रहा है। लेकिन गुजरात में एक कथित रेप की घटना के बाद जिस तरह से वहां यूपी-बिहार एवं अन्य दूसरे राज्यों से आए लोगों पर हमले हुए उसने यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या देश अब इस कदर भी बंटने लगा है कि अब दूसरे राज्यों में रहना खतरे से खाली नहीं है। इस आग में देश झुलस हीं रहा था कि एक दूसरा बयान आ गया। यह बयान इतना इस कदर खतरनाक था कि देश में पहले से लगी आग में घी का काम करता, उससे ज्यादा खतरनाक यह सच है कि वो बयान फर्जी था। दरअसल बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के नाम से एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था कि ‘यूपी बिहार के लोगों को दिल्ली से भगा देना चाहिए।’ अखबार के एक कटिंग मंे रमेश बिधूड़ी का यह बयान खूब वायरल हो रहा है। और कमाल की बात यह कि इस बयान पर यकीन भी कर लिया गया।
सांसद पप्पू यादव ने किया ट्वीट
रमेश बिधूड़ी के इस फर्जी बयान पर पहला रिएक्शन सांसद पप्पू यादव का आया। न सिर्फ उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए रमेश बिधूड़ी पर हमला बोला बल्कि उन पर रासुका लगाने की मांग भी कर दी। पप्पू यादव ने लिखा कि -‘यह हैं बीजेपी के दक्षिणी दिल्ली के एमएलए रमेश बिधूड़ी, यह यूपी-बिहार के लोगों को दिल्ली से भगा देने की बात करते हैं-यूपी बिहार वालों से काम कराओ, फिर पिट कर भगाओ’ पीएम मोदी जी, अमित शाह जी जवाब दें। इन पर रासुका लगाएं। नहीं तो इनका इलाज मैं यूपी-बिहार के साथ मिलकर करूंगा। फिर कभी सदन का मुंह नहीं देख पाएंगे।
रमेश बिधूड़ी और दिल्ली बीजेपी ने भी किया खंडन
जानकारी मिलने पर खुद सांसद रमेश बिधूड़ी ने सोशल मीडिया पर अपने नाम से वायरल हो रहे इस बयान का खंडन किया और लिखा कि-‘सत्ता की लोलुपता में लोग कितना गिर सकते हैं, अभी मुझे जानकारी मिली कि सोशल मीडिया पर मेरे नाम से यूपी, बिहार, निवासियों के लिए बयान दिया बताया। जबकि ना किसी अखबार का नाम दिया गया और ना छापने वाले का। दिल्ली देश की राजधानी है। यह सबकी है। हम देश जोड़ने वाले हैं, तोड़ने वाले नहीं। दिल्ली, यूपी बिहार के सम्मानित वासियों के साथ सवा सौ करोड़ भारतीयों का है।’
दिल्ली बीजेपी ने भी किया खंडन
दिल्ली बीजेपी ने भी इस बयान का खंडन करते हुए लिखा कि ‘ कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा सोशल मीडिया पर चलायी जा रही इस खबर का दिल्ली भाजपा खंडन करती है। यह खबर पूरी तरह झूठी और निराधार है औश्र एक सोची समझी साजिश के तहत अपनी राजनीति के लिए समाज को बांटने वालों द्वारा फैलायी जा रही है। इसका भाजपा या उसके किसी नेता से कोई संबंध नहीं है।
हमने भी पाया फर्जी है बयान
हमने (बिहार ब्रेकिंग) भी इस बयान के संबध में जो पड़ताल की आर जितनी जानकारी जुटा पाएं है उसके अनुसार हमने भी इस बयान को फर्जी हीं पाया है। हमारे पास इस बयान को फर्जी कहने का सबसे बड़ा आधार यही है कि जिस अखबार की कटिंग को वायरल किया जा रहा है वो कटिंग किस अखबार की है वो स्पष्ट नहीं है। जाहिर झूठ प्रचारित करने वालों ने जानबूझकर किसी अखबार का नाम लिया क्योंकि तब झूठ तुरंत पकड़ा जाता। दूसरी बात ना तो किसी बेवसाइट और चैनल के हवाले से यह खबर है कि उन्होंने ऐसा कहा है। बहुत खंगालने के बाद भी हमें रमेश बिधू़़ड़ी का वो बयान नहीं मिला जिसको लेकर देश सुलग सकता था। इस फर्जी बयान के जरिए क्या देश को सुलगाने की साजिश
