
पटनादृ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोधगया में महाबोधि कन्वेंशन केंद्र का रिमोट के माध्यम से कार्यारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम सबों के लिए खुशी की बात है कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत केंद्र सरकार के सहयोग से इस सांस्कृतिक केंद्र का कार्यारंभ हुआ है।यह इंटरनेशनल कन्वेंशन केंद्र सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ अन्य गतिविधियों के लिए उपयोगी होगा उन्होंने कहा कि इस केंद्र में 2000 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम, 500-500 की क्षमता वाला सभागार एवं अन्य सभागार भी होंगे, यह बहुत भव्य होगा। इस स्थल का चयन भी उत्तम है। बगल में सरोवर है, यह अद्भुत होगा और बाकी की जगह में 100 कमरे का अतिथिगृह बनेगा, जो फाइव स्टार से कम विशिष्ट नहीं होगा।इसके ठीक बगल में तारामंडल भी बनेगा, जिसके द्वारा नई पीढ़ी को पृथ्वी एवं अन्य चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी।उन्होंने कहा कि आज महाबोधि मंदिर में दर्शन के पश्चात मंदिर की सुरक्षा संबंधी समीक्षा की गई।

इस समीक्षा बैठक में ही पितृपक्ष मेले में बेहतर किए गए इंतजाम के बारे में भी जानकारी मिली।यहां पितृपक्ष मेले में करीब छह लाख लोग आए थे और अब बौद्ध लोगों का आना शुरु हो गया है। सभी की सुरक्षा के बेहतर बंदोबस्त किये गये हैं।अब गया और बोधगया देश का वह केंद्र बनेगा जहां देश-विदेश से आने वाले लोगों की गतिविधि बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वह भूमि है, जहां बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ और वे बुद्ध कहलाए।
बोधगया और गया जैसी कोई स्थली नहीं है, हमलोग भावनात्मक रुप से इस शहर से जुड़े हैं। आगे जो भी संभव होगा, इसके लिए करते रहेंगे। मंदिर की सुरक्षा के दृष्टिकोण से वाहनों को पहले ही रोक दिया जाता था, अब बुजुर्गों, दिव्यांगों एवं अन्य यात्रियों के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था को थोड़ी और दूर के लिए बढ़ा दिया गया हैताकि होटल व्यवसायियों को भी किसी प्रकार की कठिनाई न हो। बोधगया में पिछले वर्ष परम पावन दलाई लामा आए थे और इस वर्ष भी बौद्ध धर्मावलंबी बड़ी संख्या में आएंगे।सबकी सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा, बेहतर प्रबंध किया जाएगा ताकि किसी को किसी प्रकार की तकलीफ नहीं हो।हाल ही में पितृपक्ष मेला संपन्न हुआ है, जिसमें प्रशासन ने बेहतर इंतजाम किया था और यहां देश-दुनिया से आए पिंडदानियों को कोई तकलीफ नहीं हुई थी।
उन्होंने कहा कि ज्ञान एवं मोक्ष की इस भूमि पर जब महाबोधि कन्वेंशन केंद्र बनकर तैयार होगा तो लोगों को इसका लाभ भी मिलेगा और खुशी भी होगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग समाज सुधार के काम में भी लगे हैं। इसके साथ ही उन्होंने शराबबंदी, जीविका के तहत स्वयं सहायता समूह का गठन, महिलाओं को आरक्षण,लड़कियों को आगे पढ़ने के लिए पोशाक योजना, साइकिल योजना, कन्या उत्थान योजना समेत अन्य योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा इतिहास गौरवशाली रहा है। प्रेम और सद्भाव के साथ सब मिल जुलकर काम करें तो फिर से उस गौरव को प्राप्त कर सकते हैं।
इस जगह के लोगों की इसमें और बड़ी भूमिका होगी। मैं इस धरती को नमन करता हूं और पर्यटन विभाग एवं भवन निर्माण विभाग को आज के इस कार्यारंभ के लिए एक बार पुनः बधाई देता हूं।इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत प्रधान सचिव भवन निर्माण विभाग चंचल कुमार ने प्रतीक चिन्ह एवं पुस्तक भेंटकर किया।
इस अवसर पर महाबोधि कन्वेंशन केंद्र के निर्माण से संबंधित एनिमेशन चित्र का भी प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने महाबोधि कन्वेंशन केंद्र के डिजायन का अवलोकन किया।सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत वैकल्पिक रोजगार प्राप्त करने वाली दीदियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चैधरी,कृषि मंत्री डॉ0 प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी, पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, प्रधान सचिव भवन निर्माण चंचल कुमार,पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव रवि मनु भाई परमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सांसद हरि मांझी, विधायक विनोद प्रसाद यादव, विधायक अभय कुशवाहा,
विधायक राजीव रंजन दांगी, विधान पार्षद श्रीमती मनोरमा देवी सहित अन्य विधायकगण, विधान पार्षदगण, प्रधान सचिव गृह आमिर सुब्हा नननी, आयुक्त मगध प्रमंडल टीएन बिंदेश्वरी,मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक, मगध रेंज नैय्यर हसनैन खां, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, प्रबंध निदेशक बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम इनायत खां,जिलाधिकारी अभिषेक सिंह, पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा सहित भवन निर्माण विभाग के वरीय पदाधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण, जीविका की दीदियां एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।