
बिहार ब्रेकिंग डेस्क

बुधवार को पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण जिले में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया और समीक्षा की। समीक्षा बैठक बेतिया पटना हाइस्पीड कॉरिडोर, गंडक नदी पर पुल, बगहा – बेतिया पथ के 4 लेन निर्माण, बेतिया रेलवे स्टेशन के निकट फ्लाईओवर समेत अन्य निर्माण के विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन के स्वीकृति की भी समीक्षा की। इस दौरान मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि केंद्र सरकार के नेतृत्व में राज्य में एक्सप्रेस वे निर्माण का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
करीब 39600 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला ग्रीनफील्ड रक्सौल हल्दिया एक्सप्रेस वे भी इसमें शामिल है। यह एक्सप्रेस वे रक्सौल से हल्दिया की यात्रा में समय की बचत करेगा साथ ही यह तीन राज्यों के विकास को एक नई दिशा देगा। उन्होंने बताया कि इस एक्सप्रेसवे निर्माण की मंजूरी मिलते ही अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
यह एक्सप्रेस-वे बिहार के आठ जिलों यथा पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर और बांका से होकर गुजरेगा। इसमें बेगूसराय से सूर्यगढ़ा के बीच गंगा नदी पर लगभग 4.5 किमी लम्बा पुल का निर्माण भी शामिल है। यह योजना मुख्य रूप से व्यापार, सुरक्षित यात्रा और रोजगार के अवसर को बढ़ाना में अहम योगदान निभाएगा। यह एक्सप्रेसवे नेपाल को भी हल्दिया बंदरगाह तक बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि यह एक्सप्रेसवे एक एक्सेस-कंट्रोल्ड हाईवे होगा, जिससे केवल निर्धारित प्रवेश बिंदुओं से ही वाहनों की आवाजाही संभव होगी। इससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी, यात्रा अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनेगी। कोलकाता और पटना के बीच आवागमन भी इससे और अधिक सहज हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे को 120 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति से वाहन परिचालन हेतु डिजाईन किया गया है।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इस एक्सप्रेस-वे के मार्गरेखन की मंजूरी मिलने पर हर्ष व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि यह एक्सप्रेस-वे राज्य में किसी भी स्थान से पटना पहुँचने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा निर्धारित समय सीमा के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगा।