
बिहार ब्रेकिंग डेस्क

पटना: राज्य में इन दिनों कलाकार और फिल्म निर्माण को नीतीश सरकार लगातार प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए सरकार ने पॉलिसी भी बनाई है। बिहार में कलाकारों की कमी नहीं है यह एक बार फिर साबित हो रहा है। दरअसल राज्य सरकार ने कलाकारों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से बिहार आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन पोर्टल शुरू किया है। पोर्टल शुरू करने के महज ढाई महीने में ही 1368 कलाकारों ने अपना पंजीकरण कराया है। प्राप्त आवेदनों में से 65 आवेदन विभिन्न कारणों से रद्द कर दी गई है।
कलाकारों के पंजीकरण मामले में अब तक सबसे आगे मधुबनी है जहां के 225 कलाकारों ने पंजीकरण किया है जबकि सबसे कम 41 कलाकारों ने पटना में पंजीकरण कराया है। वहीं दूसरे स्थान पर 166 आवेदन के साथ सहरसा है। यह पहल राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और कलाकारों को एक मजबूत मंच उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
बता दें कि इस पोर्टल की शुरुआत 15 अप्रैल को बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने की थी। पोर्टल https://artistrregistration-bihar-gov-in के माध्यम से शास्त्रीय, लोक, समकालीन, दृश्य और प्रदर्शन कलाओं से जुड़े कलाकार आसानी से ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। यह प्रक्रिया न केवल सरल है बल्कि मोबाइल फ्रेंडली भी है। पंजीकरण के बाद प्रत्येक कलाकार को एक विशिष्ट यूनिक आईडी दी जाएगी, जो भविष्य में सरकारी योजनाओं, पुरस्कारों, प्रशिक्षणों और सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेने के लिए अनिवार्य होगी।
राज्य सरकार ने हाल ही में मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना भी शुरू की है। इस योजना के तहत 50 वर्ष से अधिक आयु के उन कलाकारों को पेंशन प्रदान की जाएगी जिनकी वार्षिक आय 1.20 लाख रुपये से कम है। इस योजना का लाभ लेने के लिए कलाकारों का बिहार आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है, साथ ही उन्हें अपनी कला विधा में अनुभव का प्रमाण भी प्रस्तुत करना होगा। यह पहल न केवल कलाकारों को उनकी पहचान दिलाने का सशक्त माध्यम बनेगी, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक विरासत को भी नई ऊर्जा देने वाला साबित होगी।