
बिहार ब्रेकिंग

आगामी बिहार विधान सभा आम निर्वाचन- 2025 के मद्देनजर राज्य में दिनांक 02.05.2025 से संचालित ईवीएम का प्रथम स्तरीय जांच (FLC) का काम दिनांक 25.06.2025 को सभी जिलों में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। ईवीएम के FLC एक प्रारंभिक एवं महत्वपूर्ण तकनीकी जांच प्रक्रिया है, जो प्रत्येक निर्वाचनों के पूर्व संपन्न होती है, जिससे ईवीएम की पूर्ण क्रियाशीलता, पारदर्शिता एवं त्रुटिरहित परिचालन सुनिश्चित किया जाता है। यह प्रक्रिया जिला निर्वाचन पदाधिकारी की निगरानी में ईवीएम विनिर्माता के अभियंताओं द्वारा संपादित किया जाता है। इस दौरान मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय राजनीतिक दलों के प्राधिकृत प्रतिनिधि उपस्थित रहते हैं।
आगामी बिहार विधान सभा आम निर्वाचन के दौरान उपयोग हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य में इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL), हैदराबाद द्वारा विनिर्मित M3 मॉडल ईवीएम उपलब्ध कराया गया है। इन सभी ईवीएम के FLC कार्य के लिए 189 अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
राज्य में कुल 1,76,506 बैलेट यूनिट (BU), 1,28,726 कंट्रोल यूनिट (CU) एवं 1,36,317 वीवीपैट्स का FLC किया गया, इनमें से 1,54,872 BU, 1,22,337 CU एवं 1,29,948 VVPAT “FLC OK” पाए गए हैं, जबकि 21,634 BU (12.26%), 6,389 CU (4.96%) एवं 6,369 VVPAT (4.67%) “FLC Rejected” घोषित किए गए हैं। FLC OK एवं Rejected मशीनों की जानकारी दैनिक रूप से EMS 2.0 पोर्टल पर अपडेट की गई। FLC पूर्ण होने के उपरांत Rejected मशीनों को 09 जिलों में एकत्र कर मरम्मत हेतु ECIL, हैदराबाद को भेजने की कार्रवाई की जा रही है। सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारियों द्वारा जिलों में FLC के दौरान “सही” पाई गई ईवीएम की सूची EMS 2.0 पोर्टल से डाउनलोड कर उसका प्रिंट सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय दलों के जिला अध्यक्षों/सचिवों को उपलब्ध कराया गया है।
FLC कार्य संचालन अवधि में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के कार्यालय द्वारा राज्य के सभी 12 मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रदेश अध्यक्षों/सचिवों को 06-06 बार FLC कार्यक्रम की सूचना दी गई थी तथा उनसे अनुरोध किया गया कि वे अपने जिला स्तरीय प्रतिनिधियों को FLC में भाग लेने हेतु अधिकृत करें। दिनांक 13.05.2025 को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार श्री विनोद सिंह गुंजियाल की अध्यक्षता में प्रदेश स्तरीय राजनीतिक दलों के साथ बैठक आयोजित की गई, जिसमें FLC की प्रगति, जिला स्तरीय उपस्थिति रिपोर्ट एवं दलों की भागीदारी की समीक्षा की गई। सभी दलों से 100% भागीदारी का अनुरोध किया गया। FLC कार्य आरंभ होने से पूर्व जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्षों/सचिवों को लिखित सूचना दी गई एवं बैठक कर उन्हें FLC प्रक्रिया के बारे में बताया गया। सभी जिलों द्वारा वैसे दलों को जो FLC के दौरान उपस्थित नहीं हो रहे थे, उन्हें समेकित रूप से 200 से अधिक बार FLC कार्य में भागीदारी हेतु पत्र लिखा गया।
राजनीतिक दलों की भागीदारी की स्थिति इस प्रकार है:
भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, सीपीआई (एम), सीपीआई (एमएल) एल, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल (यू) एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रतिनिधियों की FLC में सक्रिय भागीदारी रही। इनके द्वारा राज्य के अधिकांश जिलों में FLC कार्य में दैनिक रूप से भागीदारी रही। वहीं आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी एवं राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की भागीदारी सीमित रही है। नेशनल पीपुल्स पार्टी द्वारा किसी जिले में FLC कार्य में भाग नहीं लिया गया।
जिलावार उपस्थिति स्थिति:
बेगूसराय, पटना, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, सहरसा, सारण, सीतामढ़ी, सिवान, अररिया, भागलपुर, शेखपुरा, समस्तीपुर, खगड़िया, मधुबनी, नवादा, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर, लखीसराय, वैशाली, बक्सर, भोजपुर, कटिहार, औरंगाबाद, रोहतास, मुंगेर, कैमूर, अरवल, जहानाबाद, मधेपुरा, शिवहर एवं जमुई में दलों की उपस्थिति काफी अच्छी रही है। इन 31 जिलों में अधिकांश दलों ने FLC कार्य में भाग लिया। 07 जिलों यथा बांका, दरभंगा, किशनगंज, गयाजी, गोपालगंज, नालंदा एवं सुपौल में कुछ कम दलों की भागीदारी रही है।
सभी दलों ने प्रक्रिया की गुणवत्ता एवं व्यवस्था से प्रसन्नता व्यक्त किया गया।
FLC की निगरानी
भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के कार्यालय द्वारा FLC प्रक्रिया की गहन एवं सतत निगरानी गई। सभी जिलों के FLC की लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से आयोग एवं CEO ऑफिस के स्तर से निगरानी की गई।इसके अतिरिक्त, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा क्षेत्र भ्रमण के माध्यम से भी निगरानी की गई। निर्वाचन आयुक्त श्री विवेक जोशी ने पूर्वी चंपारण जिले के FLC का निरीक्षण किया गया। आयोग द्वारा सभी जिलों में FLC प्रक्रिया की जांच हेतु 28 पर्यवेक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई, जिनमें आयोग के वरीय पदाधिकारी एवं अन्य राज्यों के ईवीएम नोडल पदाधिकारी शामिल थे। सभी पदाधिकारियों ने FLC कार्य की व्यवस्था एवं गुणवत्ता की सराहना की गई।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार द्वारा भी पटना एवं कटिहार जिले के FLC हॉल का निरीक्षण किया गया। साथ ही, कार्यालय के वरीय पदाधिकारियों एवं प्रमंडलीय उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों के माध्यम से अलग से राज्यभर में भ्रमण कर सभी जिलों के FLC प्रक्रिया की प्रगति की सतत समीक्षा की गई।